2017-02-01 15:17:00

धर्माध्यक्षों की द्विवार्षिक सभा ने दी परिवार को प्राथमिकता


भोपाल, बुधवार,1 फरवरी 2017 (फीदेस) : भोपाल शहर में भारत के 132 लैटिन धर्मप्रांतों के काथलिक धर्माध्यक्षों की 29वीं आम सभा भारतीय काथलिक परिवारों के जीवन में सुधार के तरीकों पर चर्चा करने हेतु 31 जनवरी से शुरु हुई।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की आठ दिवसीय आम सभा भोपाल के आशा निकेतन परिसर के स्वर्गोद्ग्रहण गिरजाघर में समारोही ख्रीस्तयाग के साथ प्रारंभ हुई। ख्रीस्तयाग के मुख्य अनुष्ठाता कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस ने अपने प्रवचन में संत पापा फ्राँसिस द्वारा काथलिक परिवारों को सशक्त करने के आह्वान के मद्देनजर कहा, ″हमें अच्छे परिवारों को बेहतर तथा पवित्र परिवारों को अधिक पवित्रता प्रदान करने हेतु काम करने का जरुरत है।″

उन्होंने कहा, “कलीसिया में परिवारों को पुनः सशक्त बनाना अति आवश्यक जरूरतों में से एक है", और उन्होंने आश्वासन दिया कि धर्माध्यक्ष बदले हुए सामाजिक परिवेश में परिवार के जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर विचार करेंगे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे जीवन के प्रति आशावान बने रहें और जीवन को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करें।

आम सभा की विषय वस्तु ″हमारे परिवारों में प्यार के आनन्द को बढ़ावा देना" को 2013 में प्रवर्तित भारतीय कलीसिया के मेषपालीय योजना के तहत जारी रखा गया है। सीसीबाआई ने भारतीय कलीसिया के परिवार को मेषपालीय प्राथमिकताओं में से एक के रूप में प्रकाश डाला है।

सीसीबाआई के 12 आयोगों के सचिव 2015 और 2016 में किये गये अपने विभाग की गतिविधियों का रिपोर्ट पेश करेंगे।

इस महासभा के परिणामों के बारे में स्पष्टता दर्शाते हुए कार्डिनल ने कहा कि वे आशा करते हैं कि सर्वे के आधार एक ठोस मेषपालीय कार्य-योजना बन सकेंगी तथा संत पापा फ्राँसिस के धर्मपत्र ‘आमोरिस लेतित्जिया’  का संदेश एक वास्वविकता बन सकेगा।








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