2017-01-30 14:57:00

मेक्सिको के धर्माध्यक्षों द्वारा विस्थापितों के सम्मान की अपील


मेक्सिको, सोमवार, 30 जनवरी 2017 (वीआर अंग्रेजी): अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प का अमरीका एवं मेक्सिको के बीच दीवार निर्माण के निर्णय पर, खेद प्रकट करते हुए मेक्सिको के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने अमरीका के प्रशासन से अपील की है कि ″सुरक्षा, विकास, रोजगार के सक्रियण तथा अन्य आवश्यकताओं को हासिल करने के लिए वह उन रास्तों का बहिष्कार करे जो गरीब एवं निस्साहाय होने के कारण पहले से पीड़ित लोगों को अधिक तकलीफ पहुँचा सकता है।

मेक्सिको काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि धर्माध्यक्ष 20 सालों से अमरीका के दक्षिणी सीमा के धर्माध्यक्षों के साथ काम करते आये हैं ताकि दोनों देशों की सीमा पर रहने वाले विश्वासियों को पूरा ध्यान दिया जा सके।

उन्होंने कहा है कि ″पहली बात जो उन्हें दुःख देती है वह है कि जो परिवार वहाँ निवास करते हैं वे अपने रिश्तेदारों, विश्वास, कार्य तथा मित्रों से अलग कर दिये जायेंगे। वे इस अमानवीय हस्तक्षेप द्वारा पूरी तरह रोक दिये जायें।″ 

मेक्सिको के धर्माध्यक्षों ने अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के विस्थापन विभाग के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष जॉ वास्क्वेज के विचारों का समर्थन किया जिन्होंने कहा है, ″मैं निराश महसूस कर रहा हूँ क्योंकि राष्ट्रपति (ट्रम्प) ने हमारे साथ मेक्सिको की सीमा पर दीवार के निर्माण को प्राथमिकता दी है जो विस्थापितों के जीवन को अनावश्यक रूप से खतरे में डाल देगी। साथ ही, इस दीवार के निर्माण से कई समुदाय अस्थिर हो जायेंगे जो सीमा पर जीवन और खूबसूरती से भरकर परस्पर शांति के साथ जीवन यापन कर रहे थे। दीवार निर्माण के बदले इस समय मैं संत पापा फ्राँसिस के पदचिन्हों पर चलना जारी रखूँगा। हम लोगों के बीच सेतु का निर्माण करना चाहते हैं जो बहिष्कार एवं शोषण की दीवारों को तोड़ता है।

मेक्सिको के धर्माध्यक्षों ने आश्वासन दिया कि वे उन सभी लोगों का स्वागत करते रहेंगे जो अमरीका जाने के रास्ते पर मेक्सिकों प्रवेश करेंगे। वे उस वार्ता एवं समझौता का समर्थन करेंगे जो लोगों की प्रतिष्ठा एवं सम्मान की रक्षा करता है।

अमरीकी सरकार की अपनी सीमाओं की सुरक्षा एवं नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करते हुए मेक्सिको के धर्माध्यक्षों ने उन अधिकारों को हासिल करने हेतु नियमों को कठोरता एवं प्रचंडता से लागू किये जाने पर अपनी घोर असहमति जतायी। 








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