2017-01-28 15:42:00

आहूति के शिकार लोगों की याद करना महत्वपूर्ण ताकि त्रासदी कभी न दुहरायी जाए


वाटिकन सिटी, शनिवार, 28 जनवरी 2017 (वीआर सेदोक): अंतरराष्ट्रीय आहूति यादगार दिवस पर शुक्रवार 27 जनवरी को, वाटिकन में संत पापा फ्राँसिस ने यूरोपीय यहूदी कांग्रेस के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

इस अवसर पर यहूदियों के साथ धार्मिक संबंधों के लिए बनी परमधर्मपीठीय समिति के सचिव फा. नोरबर्ट होफमन भी उपस्थिति थे।

वाटिकन रेडियो के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा, ″संत पापा ने वार्ता की शुरूआत यहूदियों के लिए इस दिन के महत्व की याद करते हुए की परन्तु उन्होंने कहा कि यह दिन हम सभी के लिए भी खास है क्योंकि आहूति के शिकार लोगों की याद करना महत्वपूर्ण है ताकि यह मानव त्रासदी और कभी न दुहरायी जाए।″   

फा. नोरबर्ट ने कहा कि ये प्रतिनिधि यूरोप में 20 लाख यहूदियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कॉग्रेस के अध्यक्ष मोशे कानतोर के वक्तव्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने आचार-विचार की महत्ता पर जोर दिया जिसका मूल्य ख्रीस्तीयों एवं यहूदियों में आम है। उन्होंने कहा कि हमारे विश्व में हम बहुत अधिक तरक्की देख रहे हैं किन्तु उसके साथ ही नैतिक एवं आचार-विचार के मूल्यों में पतन भी अतः हमें इन मूल्यों को मजबूत करने की आवश्यकता है। कॉग्रेस के अध्यक्ष ने शिक्षा एवं परिवार की अहमियत के बारे भी अपना विचार प्रस्तुत किया।

फा. हॉफमन ने कहा कि संत पापा इन विचारों से पूरी तरह सहमत हुए तथा इससे संबंधित अपने बचपन की एक कहानी सुनायी।

संत पापा ने कहा कि उनके परिवार में उनके पिता अकसर यहूदियों को बुलाया करते थे, इस प्रकार, बचपन में ही उनके कई यहूदी मित्र बन गये थे।

ओ एस सी ए के लिए वाटिकन के स्थायी प्रतिनिधि ने भी शुक्रवार को कहा कि मानव आहूति सीख देती है कि हमें ″सतर्कता हमेशा आवश्यक है ताकि मानव प्रतिष्ठा एवं शांति की रक्षा हेतु तुरन्त काररवाई की जा सके।″








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