2017-01-18 16:06:00

ख्रीस्तीय एकता सप्ताह में अविश्वास पर विजय पाने का प्रयास, फादर बेर्नाड


लाहौर, बुधवार, 18 जनवरी 2017 (एशिया न्यूज) : ख्रीस्तीय एकता ″पाकिस्तान में दृश्यमान होनी चाहिए। कलीसिया में सिर्फ मुसीबत या संकट आने पर ही नहीं अपितु शांति के समय भी हमें मिलना चाहिए।″ ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह के अवसर पर लाहौर के संत मेरी माइनर सेमिनरी के डीन फादर इनायात बेर्नाड ने एशिया न्यूज से कहा। 

उनके अनुसार कलीसिया के धर्मगुरुओं को अभी भी अन्य संप्रदायों के बारे में अभी भी कई आपत्तियाँ है और वे दूसरी कलीसियाओं में जाने के लिए स्वतंत्र महसूस नहीं करते हैं। फादर ने कहा कि ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना के लिए पाकिस्तान में मुख्य चार सम्प्रदाय काथलिक, प्रोटेस्टेंट, प्रेस्बिटेरियन और सालवेशन आर्मी अंगलिकन कलीसिया के प्रतिनिधियों ने मिलकर समिति का गठन किया है।

ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह के पहले दिन 18 जनवरी को अंगलिकन धर्माध्यक्ष प्रार्थना की अगुवाई करेंगे। फादर बेर्नाड ने कहा कि धार्मिक अतिवाद ख्रीस्तीय एकता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। सभी धर्मों के कट्टरपंथी व्यवधान और अस्थिरता के लिए जिम्मेवार हैं।








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