2017-01-16 15:28:00

संत पापा ने चंगनाचेरी के नये सहायक धर्माध्यक्ष को मंजूरी दी ‎


वाटिकन सिटी, सोमवार 16 जनवरी 2017 (वी आर सेदोक) : संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 14 जनवरी 2017 को केरल स्थित चंगनाचेरी महाधर्मप्रांत के सीरो-मालाबार रीति की काथलिक कलीसिया के सहायक धर्माध्यक्ष थोमस थारायिल को अपनी मंजूरी दे दी है। सीरो-मालाबार धर्माध्यक्षों की धर्मसभा ने फादर थोमस थारायिल को चंगनाचेरी के सहायक धर्माध्यक्ष नियुक्त किया। पूर्वी रीति की काथलिक कलीसिया के धर्माध्यक्षों की धर्मसभा को उनके धर्माध्यक्षों के चुनाव की स्वयत्तता है और संत पापा इसपर अपनी सहमति देते हैं।

नव नियुक्त धर्माध्यक्ष थारायिल का जन्म 2 फरवरी सन् 1972 को चंगनाचेरी में हुआ। कुरिचि लघु गुरुकुल की शिक्षा समाप्त कर आगे की पढ़ाई उन्होंने वादावाथूर के संत थोमस अपोस्टोलिक सेमिनरी में की। 1 जनवरी सन् 2000 में उनका पुरोहिताभिषेक हुआ। उसके बाद वे ऊँची शिक्षा के लिए रोम गये। वहाँ उन्होंने परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में एक लाइसेंसधारी के साथ ही डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की। फादर थारायिल अपनी मातृभाषा मलयालम के अलावा,  इतालवी, स्पानी और जर्मन भाषाएँ बोलते हैं। उन्होंने सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष जोसेफ पौवाथिल के सचिव, अनेक पल्लियों के सहायक पल्ली पुरोहित,विभिन्न गुरुकुलों और संस्थानों में प्रोफेसर के रुप में अपनी सेवाएँ प्रदान की। वर्तमान में वे दानाहालय के गठन संस्थान के निदेशक हैं।

भारतीय काथलिक कलीसिया का सर्वोच अंग भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन है भारतीय काथलिक कलीसिया में लैटिन रीति, और दो पूर्वी रीतियाँ अर्थात सीरो-मालाबार और सीरो-मलंकारा पाई जाती हैं। कहा जाता है कि इन पूर्वी रीतियों की शुरुआत प्रेरित संत थोमस ने की थी। भारत के लिए प्रेरितिक राजदूत की वेबसाइट के अनुसार भारत के 176 धर्माप्रांतों और महाधर्मप्रांतों की कलीसियाओं में 136 लैटिन रीति, 31 सीरो-मालाबार रीति और 9 सीरो-मलंकारा रीतियों की कलीसियाएँ हैं। 








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