2017-01-16 13:55:00

येसु ख्रीस्त को घोषित करना हमारा प्रेरितिक कार्य


वाटिकन रेडियो, सोमवार, 16 जनवरी 2017 ( सेदोक) संत पापा  फ्राँसिस ने 15 जनवरी 2017 को अपने देवदूत प्रार्थना के पूर्व संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में जमा हुए हजारों विश्वासियों और तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा,

प्रिय भाई एवं बहनो सुप्रभात

आज के सुसमाचार का केन्द्रबिन्दु योहन बपतिस्ता के शब्द हैं, “देखो ईश्वर का मेमना जो संसार के पाप हर लेता है” अपने इन शब्दों के द्वारा वे येसु की ओर इंगित करते हैं।

संत पापा ने कहा कि हम भी अपने को यर्दन के दृश्य में देखें। वहाँ योहन लोगों को बपतिस्मा दे रहें हैं और विभिन्न तरह और उम्र के लोग उसके पास आते हैं जिससे वे उनके हाथों से बपतिस्मा ग्रहण कर सकें। योहन बपतिस्ता नबी एलियस की याद दिलाते हैं जिन्होंने  इस्रराएल को मूर्ति पूजा से विमुख कराते हुए लोगों का विश्वास ईश्वर और उनके विधानों की ओर पुनः स्थापित करते हैं। 

योहन ने लोगों को पश्चाताप का उपदेश देते हुए कहा ईश्वर का राज्य निकट है ईश्वर अपने को प्रकट करने वाले हैं जहाँ वे लोगों का न्याय करेंगे अतः हमें अपने को तैयार करने की जरूरत है। जो लोग योहन के पास बपतिस्मा ग्रहण करने आते उन्हें अपने पापों के लिए पश्चाताप करते हुए उपवास करते हैं जिससे वे नये जीवन की शुरूआत कर सकें। योहन को पता है ईश्वर के द्वारा चुना गया व्यक्ति पवित्र आत्मा से अभिषिक्त है जो स्वयं पवित्र आत्मा से लोगों को बपतिस्मा प्रदान करेंगे। (यो.1.33)

येसु यर्दन नदी के तट पर लोगों के बीच प्रकट होते हैं। वे पापियों के साथ खड़े होते और योहन के द्वारा जल से बपतिस्मा लेते हैं जिसके बारे में हमने पिछले सप्ताह सुना। यहाँ येसु का बपतिस्मा न केवल जल से वरन पवित्र आत्मा से होता है जहाँ पिता पुत्र हेतु अपने प्रेम को प्रकट करते हैं। योहन को इस चिन्ह का इंतजार था लेकिन वे आश्चर्य चकित भी होते हैं क्योंकि मसीह अविश्वसनीय रूप से जनता के बीच अपने को प्रकट करते हैं। लेकिन योहन पवित्र आत्मा के द्वारा प्रकाशित किये जाते हैं और वे उन्हें लोगों के लिए घोषित करते हैं। येसु ख्रीस्त मुक्तिदाता इस्रराएल के राजा के रुप में हैं लेकिन उनकी शक्ति दुनियावी राजा के रुप में नहीं बल्कि ईश्वर के मेमने के रुप में है जो संसार के पापों का बोझ अपने ऊपर ले लेते हैं।

अतः योहन लोगों का और अपने शिष्यों का ध्यान मुक्तिदाता येसु की ओर करते हैं। संत पापा ने कहा कि योहन के शिष्यों की एक लम्बी कतार है क्योंकि बहुतों ने उन्हें आध्यात्मिक गुरु के रूप में चुना हैं और उनमें से कुछ येसु के प्रथम शिष्य बनें जैसे सिमोन जो कि पेत्रुस कहलाया उसका भाई अद्रेंस, जेम्स और उसका भाई जोन। ये सभी अपने पेशे से मछुवारे थे जो गलिलिया से आये।

संत पापा ने कहा भाई एवं बहनो यर्दन नदी के तट में हम अपने को व्यवस्थित करते हुए मनन करते हैं क्योंकि यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है। यह हमारे लिए कोई किस्सा नहीं अपितु यह एक ऐतिहासिक घटना है। यह दृश्य हमारे विश्वास और कलीसिया के प्रेरितिक कार्य हेतु आवश्यक है। कलीसिया सदैव उसी कार्य हेतु आमंत्रित की जाती है जिसे योहन बपतिस्ता ने येसु की ओर इंगित करते हुए किया “देखो ईश्वर का मेमना जो संसार के पाप हर लेता है।” केवल येसु ख्रीस्त दुनिया के मुक्तिदाता हैं जो पापियों के बीच नम्र एवं विनीत हैं।  

संत पापा ने कहा कि ये ही वे शब्द हैं जिसे हम पुरोहित पवित्र मिस्सा के दौरान प्रतिदिन येसु के शरीर और रक्त में परिणत रोटी और दाखरस को ऊपर उठते हुए घोषित करते हैं। इस तरह येसु ख्रीस्त को घोषित करना कलीसिया में हम सभों का एक प्रेरितिक कार्य बनता है। इस प्रेरिताई की चर्चा करते हुए संत पौलुस इस बात का जिक्र करते और कहते हैं, धिक्कार उन्हें यदि वे सुसमाचार का प्रचार अपने जीवन में न करें। कलीसिया के अंग के रुप में हम येसु को दुनिया के समक्ष घोषित करने हेतु बुलाये गये हैं क्योंकि यह केवल वे और वे ही हैं जो अपने लोगों को पापों से मुक्त करते, बचाते और सच्ची स्वतंत्रता में अनंत जीवन की ओर अग्रसर करते हैं। माता मरियम जो ईश मेमने की माता हैं हमें उन पर विश्वास और उनका अनुसरण करने में मदद करे।

इतना कहने के बाद संत पापा ने विश्वासी समुदाय के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया और सभी विश्वासियों और तार्थयात्रियों को रविवारीय मंगलकामनाएँ अर्पित करते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया। 








All the contents on this site are copyrighted ©.