2017-01-14 15:27:00

यदि येसु का अनुशरण करना चाहें तो बढ़ते चलें, संत पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, शनिवार 1 जनवरी 2017 (सेदोक) :  संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 13 जनवरी को अपने प्रेरितिक निवास संत मार्था के प्रार्थनालय में प्रातःकालीन ख्रीस्तयाग के दौरान  अपने प्रवतन में कहा कि सच्चा विश्वास किसी भी तरह का जोखिम उठाने के लिए तत्पर है।

संत पापा ने अपना प्रवचन सुसमाचार पाठ पर केंद्रित करते हुए कहा कि येसु की शिक्षा सुनने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो जाती थी। येसु रोगियों को चंगा करते थे। लोगों ने एक लकवाग्रस्त रोगी को छत तोड़कर येसु के सामने लाये ताकि येसु उसे चंगा कर दे। येसु ने उसे चंगा किया।

संत पापा ने कहा कि लोग येसु के अचरज के कार्यों को देखकर उसे राजा बनाना चाहते थे। उनके लिए येसु एक योग्य राजनीतिक नेता थे जो उन्हें सुरक्षा और खुशहाल जिंदगी दे सकते थे। परंतु येसु उनके सोच को जानकर वहाँ से बचकर दूर निकल गये।

संत पापा ने कहा कि येसु उन लोगों के लिए चिंतित नहीं थे जो भीड़ के भीड़ उनके पीछे चले आते थे। पर वे उन लोगों के लिए चिंतित थे जो अपने छज्जे में बैठे दूर से येसु की बातों को उसका न्याय करने के लिए सुनते थे। उन्होंने कभी अपने स्थान से उठकर आगे आने की कोई जोखिम नहीं उठाई। एक व्यक्ति अपने जीवन में कड़वाहट लिए आशाहीन 38 वर्षों तक पुल के पास अपने खाट में बैठा था।

संत पापा ने कहा जो लोग जीवन में ईश्वर से मिलना चाहते हैं वे हर तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं। लोगों को लकवाग्रस्त रोगी को येसु के सामने लाने के लिए छत को काटना पड़। वे मकान मालिक की प्रतिक्रिया और हर तकह की जोखिम उठाने के लिए तैयार थे। संत पापा ने दूसरा उदाहरण रक्तश्राव से पीड़ित स्त्री का दिया। वह स्त्री अपनी जगहँसाई की परवाह न करते हुए पूरे विश्वास के साछ येसु के कपड़े का स्पर्श किया। उसने जोखिम उठाया और वह चंगी हो गई।

संत पापा ने प्रवचन के अंत में आत्मपरीक्षण हेतु कुछ प्रश्नों को पेश किया- क्या मैं येसु में पूरा विश्वास रखता हूँ क्या मैं उसके लिए चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हूँ या मैं जीवन की कड़वाहट लिए आशाहीन पड़ा हुआ हूँ  संत पापा ने विश्वासियों को प्रभु से चुनौतियों का सामना करने के साहस और विश्वास में अटल रहने की कृपा माँगने की प्रेरणा दी।








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