2017-01-11 15:54:00

कैमरून - हजारों "विशेष" बच्चों के लिए चिकित्सा उपचार और पुनर्वास की जरूरत है


संगमेलिमा, बुधवार, 11 जनवरी 2017 (फीदेस) :  अफ्रीकी देशों के बच्चों में सबसे ज्यादा विकलांगता की घटनाएं कैमरून में देखने को मिलती है। यूनिसेफ का अनुमान है कि 2 से 9 वर्ष के 23% बच्चे एक तरह की मानसिक और शारीरिक शिथिलता के साथ जीते हैं जो अक्सर मलेरिया, कुष्ठ रोग, खसरा और कुपोषण जैसे रोगों को कारण होता है।

 35 वर्षों पहले दक्षिण कैमरुन में मानवीय संगठन दोकिता ओनलुस ने कई विशेष केन्द्र बनाये थे इनमें से एक संगमेलमा का ‘फोयर दे एसपेरांस’ केंन्द्र है जहाँ प्रतिवर्ष 6000 से अधिक विकलांग बच्चों और युवाओं को दवाईयाँ और पुनर्वास चिकित्सा दी जाती है। सिस्टर लाउरा पिगुओरा ने फीदेस को बताया कि दोकिता का स्थानीय समकक्ष हजारों "विशेष" बच्चों के लिए संदर्भ का एक महत्वपूर्ण बिंदु है।

सिस्टर लाउरा और ‘फोयर दे एसपेरांस’ के कामों के समर्थन में दोकिता ओनलुस ने एक अभियान की शुरुआत की है ″28 जनवरी तक सभी समान।″ संगठनों द्वारा जमा किये गये रकम को फिजीयोतेरापी के लिए नए उपकरणों को खरीदने, कृत्रिम अंग प्रयोगशाला पैकेजिंग के लिए, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की प्राथमिक शिक्षा के लिए, विभिन्न सामाजिक परियोजनाओं को चलाने के लिए और विकलांग युवाओं के आर्थिक और सांस्कृतिक एकीकरण में इस्तेमाल किया जाएगा।








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