यानगोन, शनिवार, 31 दिसम्बर 2016 (एशियान्यूज) : यानगोन के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल चार्ल्स माउंग बो ने 1 जनवरी 2017 को सभी धर्मावलंबियों से शांति हेतु उपवास और प्रार्थना की अपील की है।
कार्डिनल चार्ल्स ने म्यांमार के सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा,″ आइए, हम अपने हाथों में ″युद्ध रोको″ लिखी हुई तख्ती या झंडे लिए हुए गिरजाघरों, मस्जिदों और मंदिरों में प्रवेश करें और लोगों के मनपरिवर्तन के लिए पूरा दिन प्रार्थना और उपवास में बितायें।″
गत तीन वर्षों से देश के विभिन्न भागों में हो रहे युद्ध और हिंसा को रोकने हेतु कार्डिनल चार्ल्स ने लोगों से अपील की है।
हाल के सप्ताह में, म्यांमार सैन्य बल, अराकान (पश्चिमी म्यांमार) में "रोहिंग्या मुसलमानों के आतंकवादी समूह" के साथ भिड़ गई। म्यांमार सैन्य बल क्षेत्र के विद्रोही तत्वों को साफ करने के लिए गांव-गांव घूम रही है। अक्टूबर महीने से अब तक करीब 90 लोगों की मौत हुई है और 30,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं
और काचिन राज्य (उत्तर-पूर्व) में, गृह युद्ध फिर से तेज हो गई है। म्यांमार के सैनिकों ने काचिन स्वतंत्र सेनाओं के कब्जे वाले क्षेत्रों में हवाई हमले किये, जिसकी वजह से बहुतों की जानें गई और स्थानीय ख्रीस्तीयों के घर क्षतिग्रस्त हो गये।
कार्डिनल चार्ल्स के अनुसार इस नये वर्ष में कोई खुशी नहीं है। देश के अनेक भागों में लड़ाईयाँ चल रही हैं। 200,000 से अधिक विस्थापित लोग शिविरों में हैं।
उन्होंने कहा, ″60 वर्षों के आंतरिक संघर्ष के बाद, आइए हम एक साथ शांति के लिए प्रयास करें। हम किसी भी धर्म के मानने वाले या किसी भी जाति के क्यों न हों, हम एकजुट होकर वर्ष 2017 को सचमुच खुशियों का नया वर्ष बनायें। शांति लाने में सशस्त्र नाकाम रही है। न्याय के साथ शांति संभव है। बातचीत के माध्यम से शांति बहाल करना संभव है।″
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