2016-12-30 15:56:00

हिंसा के प्रति संचार माध्यमों की उदासीनता का सूडानी धर्माध्यक्षों की आलोचना


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार  30 दिसम्बर 2016 (वी आर) दक्षिणी सूडान में हो रहे हिंसा के प्रति संचार माध्यमों की उदासीनता को लेकर धर्माध्यक्षों ने असंतोष जाहिर किया।

दक्षिणी सूडान के इक्वटोरिया प्रान्त के काथलीक धर्माध्यक्ष एरकोलानो लुदू तोम्बे ने जूबा के “रेडियो ईस्टर” को दिये गये अपने साक्षात्कार में कहा कि देश में नरसंहार जारी है जो कि सैन्य-नागरिक समूहों के द्वारा किया जा रहा है जो विशेषकर उप राष्ट्रपति रियेक माकार के समर्थकों को अपना निशाना बना रहें हैं।

उन्होंने कहा कि येई के गांव में हिंसा के कारण हज़ारों की संख्या में लोगों की जानें गई हैं। इसके अतिरिक्त लोग भूख और दवाओं की कमी के कारण भी मर रहें हैं। जन सामान्यों को लगातार हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। सुरक्षा बलों की कमी के कारण लोग शहर तक नहीं पहुँच पाते और न ही अपने खेतों में कार्य करने को जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले साल में लोगों को अपनी जीविका हेतु मानवतावादी कार्य पर निर्भर होना होगा क्योंकि उन्होंने कोई खेती-बारी नहीं की है।

उन्होंने अपने धर्मप्रान्त के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि येई धर्माप्रान्त में कुल नौ पल्लियाँ हैं जिसमें केवल दो पल्लियाँ कार्यशील हैं। अन्य पल्लियों में पुरोहित हिंसा के कारण ख्रीस्तीय समुदाय की सेवा करने में असमर्थ हैं। विगत जुलाई महीने में शुरू हुई हिंसा अब तक बरकरार है जिसके कारण जनसमुदाय और पुरोहितों का जीवन खतरे में पड़ गया है।

धर्माध्यक्ष लुदू तोम्बे ने कहा कि दक्षिणी सूडान के लोग युद्ध की स्थिति से उबर चुके हैं अतः ख्रीस्तीय और अन्य धार्मिक समुदाय के लोग एक साथ मिलकर देश में शांति व्यवस्था की माँग कर रहें हैं। “हम सभी दलों से शांति हेतु निवेदन करते तथा देश में शांति बहाल हेतु सरकार के प्रयासों की सराहना करते हैं।”








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