2016-12-27 15:03:00

वाराणसी में विभिन्न धर्मावलंबियों के बीच अभिवादन का आदान प्रदान


मुम्बई, मंगलवार,26 दिसम्बर 2016 (एशियान्यूज) : हिन्दुओं के पवित्र शहर वाराणसी में ईसाई, मुस्लिम, सिख, जैन और हिंदुओं के बीच अभिवादन का एक असाधारण आदान प्रदान किया गया।

काशी कौमी एकता मंच द्वारा इस समारोह का आयोजन किया गया था। इस अंतर-धार्मिक संघ का उद्देश्य बातचीत के माहौल को विकसित करने, संवाद और शहर के विभिन्न समुदायों के बीच सुलह कराना है।

अंतर-धार्मिक संघ के संस्थापक और विश्व ज्योति संचार के समन्वयक आनंद मैथ्यू ने एशिया न्यूज से कहा, ″16 वर्षों से ख्रीस्तीयों ने सद्भाव, शांति और अंतर-विश्वास सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को जारी रखा है।″

गत बुधवार को विभिन्न संप्रदायों के धार्मिक नेता और विश्वासीगण मिलकर एक साथ पैगम्बर मुहम्मद का जन्म दिन (12 दिसम्बर), 23वाँ जैन तीरथंकार पार्शवानाथ का जन्मदिन (23 दिसम्बर), येसु मसीह का जन्मदिन (25 दिसम्बर), दसवें सिख गुरु गोविमद सिंह का जन्म दिन (5 जनवरी) और हिन्दुओं का मकर संक्रांति त्योहार (15 जनवरी) मनाया।

प्रतिभागियों ने हिंदू और जैन परंपराओं के वैदिक भजन, साथ ही क्रिसमस के गाने गाये।

मातृधाम के आचार्य फादर अनिलदेव ने कहा, येसु का जन्म एक गौशाले में हुआ जिससे वे मानवता को ईश्वर के प्रेम और शांति को लोगों को बीच ला सके। "क्रिसमस" प्यार के साथ पूरे ब्रह्मांड में येसु के मिशन, मेल-मिलाप में शामिल होने का एक अवसर है।"

आनन्द प्रकाश तिवारी ने कहा, ″मकर संक्रांति त्योहार प्रकृति की ओर लौटने को आमंत्रित करता है।एक बेहतर माहौल बनाने के लिए उस आधुनिकता को अस्वीकार करना जो विकास के नाम पर विनाश की ओर ले जाता है।″

मुहम्मद अरीफ खान ने कहा, पवित्र ग्रंथ कुरान  मुहम्मद के अनुयायियों को "विभिन्न धर्मों के लोगों के लिए सम्मान को बढ़ावा देता है।"

अंत में एक बुद्धिजीवी डाक्टर कामालुद्दीन शेख ने सभी धर्मों और विश्वासियों के बीच ‘सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व’ की अपील की।
 








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