2016-12-17 16:30:00

अपनी 80वीं सालगिराह पर संत पापा की कृतज्ञता


वाटिकन सिटी, शनिवार, 17 दिसम्बर 2016 (सेदोक) संत पापा फ्रांसिस ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर अपने लिए प्रार्थना करने वालों सभी कार्डिनलों और विश्वासियों का धन्यवाद किया।

संत पापा ने शुक्रवार 17 दिसम्बर को अपनी 80वीं सालगिरह के अवसर पर संत पौलुस के गिरजाघर में कार्डिनलों के साथ मिस्सा बलिदान अर्पित किया और मिस्सा के उपरान्त सभी के प्रति अपनी कृतज्ञता के भाव अर्पित किये।  

उन्होंने कहा कि मैं विगत दिनों से एक शब्द पर विचार कर रहा हूँ और वह हैं “वृद्धावस्था”, जो अपने में कुरूप और भयभीत-सा प्रतीत होता है। “15 मार्च 2013 को हमारी पहली मुलाकात के दौरान मैंने आप सबों से एक बात कही थी जिसे आप शायद याद करते होगें, “वृद्धावस्था प्रज्ञा का सिंहासन है।” मैं आशा करता हूँ यह मुझ में खरा उतरे।”  

उन्होंने रोम कवि ओवेद की एक पुरानी कविता को याद करते हुए कहा कि वृद्धावस्था गुप्त रुप में  आती और दस्तक देती है। यह एक झटके के समान होता हैं, लेकिन जब कोई इसे जीवन के एक पड़ाव की तरह देखता तो यह उसे खुशी, ज्ञान और आशा से भर देता है। उन्होंने कहा कि एक दूसरी कविता जो कहती है “वृद्धावस्था शांत और धार्मिक” होती है। संत पापा ने सबों के प्रति अपनी कृतज्ञता के भाव प्रकट करते हुए कहा कि आप मेरे लिए प्रार्थना करें जिससे मैं शांति में धार्मिकता को धारण करते हुए फलदायक हो सकूँ और खुश भी रह सकूँ। 








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