वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 2 दिसम्बर 2016 (वाटिकन रेडियो): इटली के एक छोटे से गाँव मासाफ्रा में 23 नवम्बर को, 10 वर्षीय पौलिना का अंतिम संस्कार किया गया जिसकी मृत्यु एक खतरनाक बीमारी से हो गयी थी। ख्रीस्तयाग में प्रवचन के दौरान पल्ली पुरोहित फा. मिखाएल क्वारांता ने संत पापा फ्राँसिस द्वारा पौलिना को प्रेषित एक पत्र को पढ़कर सुनाया।
अंतिम संस्कार हेतु अर्पित ख्रीस्तयाग संत लेओपोल्द मानदिक गिरजाघर में सम्पन्न हुआ जहाँ पल्ली के कई विश्वासियों ने हिस्सा लिया।
पौलिना की माँ ने अपनी पुत्री के लिए संत पापा के आशीर्वाद एवं उनकी प्रार्थना का निवेदन करते हुए एक पत्र लिखा था जिसके उत्तर में संत पापा ने उसे व्यक्तिगत मुलाकात करने हेतु निमंत्रण दिया था किन्तु गम्भीर रूप से बीमार होने के कारण पौलिना यात्रा करने में असमर्थ रही।
संत पापा ने पौलिना को पत्र में कुछ इस प्रकार लिखा था, अति प्यारी पौलिना,
तुम्हारा फोटो मेरे टेबल पर रखा है क्योंकि तुम्हारी निगाहों में मैं अच्छाई एवं निर्दोषता के प्रकाश को देखता हूँ। उन्हें मेरे लिए भेजने हेतु धन्यवाद। अपनी माता के साथ इस पत्र को पढ़ना। मैं तुम्हें संत पापा का चुम्बन देता हूँ। मैं अपना हाथ तुम्हारे हाथ के साथ जोड़ता हूँ और उन सभी के साथ भी जो तुम्हारे लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इस प्रकार हम एक बड़े श्रृखला का निर्माण करते हैं। मैं विश्वास करता हूँ कि यह श्रृंखला निश्चय ही स्वर्ग तक पहुँचेगी किन्तु याद रखना कि इसकी प्रथम कड़ी तुम हो क्योंकि तुम्हारे हृदय में येसु हैं। उनके साथ बात करने नहीं भूलना, उन्हें अपने बारे बतलाना तथा अपने माता-पिता के बारे, जिन्हें इस कठिन परिस्थिति में बहुत अधिक मदद और सांत्वना की आवश्यकता है। उनके लिए क्या चाहिए इसके बारे येसु को सलाह देने के द्वारा तुम एक बहुत अच्छी लड़की बनोगी और यह भी याद रखना कि उन्हें मेरे लिए क्या करना है उसे भी बतलाना। मैं तुम्हें अपना चुम्बन देता हूँ तथा माता-पिता एवं प्रियजनों के साथ पूरे हृदय से तुम्हें अपना आशीर्वाद देता हूँ।
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