2016-11-04 15:30:00

वर्ष 2016 के दिवंगत सभी कार्डिनलों और धर्माध्यक्षों के लिए संत पापा का ख्रीस्तयाग


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 04 नवम्बर 2016 (सेदोक) संत पापा फ्रांसिस ने 04 नवम्बर को वर्ष 2016 में दिवंगत सभी कार्डिनलों और धर्माध्यक्षों हेतु संत पेत्रुस के महागिरजाघर में मिस्सा बलिदान अर्पित किया।
उन्होंने ख्रीस्तयाग के दौरान अपने प्रवचन में कहा कि नवम्बर के महीने में हम ख्रीस्त विश्वासी अपने मृत प्रियजनों की याद करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं जिससे वे उनके राज्य में सम्मिलित हो सकें। ईश्वर हम सभों का न्याय दुनिया में हमारे द्वारा विशेष कर करुणा और दया में की गई यात्रा के अनुरूप करते हैं। इसी विश्वास के साथ हम एक साथ आते और इस वर्ष प्रभु को प्यारे हो गये अपने कार्डिनलों और धर्माध्यक्षों के लिए प्रार्थना करते हैं। जब हम उनकी यादगारी में जमा हुए हैं हम उसकी पुरोहिताई और उनके द्वारा दिये गये साक्ष्य हेतु ईश्वर का धन्यवाद करें।
हमारे ये भाई कलीसिया की सेवा और प्रभु को अपना प्रेम प्रदर्शित करते हुए अपने गंतव्य स्थान को पहुँच चुके हैं। संत पौलुस हमें ईश्वर के उसी प्रेम की याद दिलाते हुए कहते हैं, “ कौन हमें ईश्वर के प्रेम से अलग कर सकता है।” (रोम.8.35) अपने विश्वास के कारण ईश्वर को दिखलाये गये प्रेम से हमें कौन अलग कर सकता है, क्या दुःख-तकलीफ, सतावट, खतरा, मृत्यु या जीवन...। उन्होंने कहा कि हमारे भौतिक जीवन का अंत मृत्यु है लेकिन यह हमारे लिए अनंत जीवन, हमारे लिए ईश्वर के घर में प्रवेश करने का द्वार है। हम अपनी मृत्यु के साथ येसु के मार्ग, सत्य और जीवन में प्रवेश करते हैं।
पिता के घर का द्वार हमारे रोज दिन के जीवन में खुला रहा है जब हम अपनी आंखें बपतिस्मा की कृपा हेतु खोलते हैं। इस यात्रा का मुख्य कदम हम अभिषिक्त पुरोहितों के लिए हमारे उत्तर  “मैं प्रस्तुत हूँ ” है। अपने अभिषेक के समय हम विशेष रुप से येसु में संयुक्त होते और जिसे हम अपनी पुरोहिताई जीवन में जीते हैं। उसी तरह अपनी मृत्यु में हम येसु के साथ संयुक्त होते हैं जिन्होंने पिता के हाथों में अपने जीवन को सौंप दिया। (लूका. 23.46) कार्डिनलों और धर्माध्यक्षों जिनकी आज हम याद करते हैं उन्होंने अपने जीवन को ईश्वर के लिए समर्पित करते हुए लोगों को  ईश्वर प्रेम का प्रमाण दिया और लोगों को अपने जीवन, वचन और उदाहरणों के द्वारा ऐसा ही करने को प्रेरित किया। अपने कार्यों के कारण येसु उन्हें अपने राज्य में एक होम बलि के समान स्वीकार करते हैं। हम पिता से उनके लिए निवेदन करते हैं कि वे उन्हें अनंत शांति प्रदान करें और उनकी ज्योति उनके राज्य में सदा चमकती रहे।
संत पापा ने कहा कि उनके प्रेरितिक कार्य ने विश्वासियों के हृदयों में इस बात की ज्योति जलाई है कि ईश्वर की कृपा और सांत्वना उनके विश्वासी भक्तों के साथ सदा बनी रहती है। ईश्वर के नाम पर उनके हाथों ने विश्वासियों को आशीर्वाद और अभियंजित किया है। उनके वचनों से लोगों को सांत्वना मिली है उन्होंने लोगों के आँखों से आंसू पोंछ दिया हैं। उनकी उपस्थिति ने ईश्वर की अच्छाई और असीमित करुणा को हमारे समक्ष व्यक्त किया है। उनमें से कितनों ने सुसमाचार का साक्ष्य साहसिक रूप में दुःखों को झेलते हुए दिया है। इस मिस्सा बलिदान में हम उनके द्वारा कलीसिया में सम्पादित सभी कार्यों के लिए ईश्वर की महिमा और प्रशंसा करते हैं।
येसु ख्रीस्त का पास्का रहस्य हमें उनकी मृत्यु द्वारा जीवन की परिपूर्णता तक ले जाती है। अपने इस विश्वास के कारण हम अपने को उनके और भी निकट पाते हैं। मृत्यु ने हमें उन से अलग कर दिया है लेकिन येसु ख्रीस्त की शक्ति और पवित्र आत्मा हमें उनके साथ और अधिक गहराई से संयुक्त करती है। जीवन की रोटी से पुष्ट हम भी पिता की करुणा को प्रत्यक्ष रुप में देखने की प्रतीक्षा करते हैं। जिस तरह वे हैं उसी तरह हम भी माता मरिया के संरक्षण में ईश्वर के प्रेम से जिसे उन्होंने येसु ख्रीस्त में प्रकट किया है सदैव संयुक्त रह सकें। 








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