2016-10-28 15:53:00

करुणा कार्य को सार्वजनिक रुप में करने की जरूरत


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016 (वी आर) करुणा की जयंती वर्ष के समापन हेतु आस्टेलिया के लोगों ने संत पापा के विचार अनुरूप ईश्वरीय करुणा के रहस्य को और अधिक गहराई से अपने जीवन में जीने का प्रयास किया है, उक्त बातें ब्रिस्बेन के महाधर्माध्यक्ष मार्क कोलेरिज ने कही।

करुणा की जयंती वर्ष के संदर्भ में धर्माध्यक्ष मार्क ने कहा, “यह निश्चित रुप से कई लोगों के दिलों के तारों को झंकृत करता है, जो मुझे थोड़ा आश्चर्यचकित करता लेकिन मैं यह स्वीकारता हूँ कि यह मुझे खुशी प्रदान करती हैं। जंयती वर्ष में संत पापा की बातों ने लोगों को प्रभावित किया है और वे करुणा की भाषा को अपने जीवन में समझते और उन्हें अपने कामों में प्रदर्शित करते हैं।”

उन्होंने कहा कि “करुणा” एक क्रिया है जिसका तात्पर्य किसी कार्य को करने से है जिसे संत पापा ने स्वयं हमें अपने कार्यो के द्वारा दिखलाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह संत पापा ने रोम के आश्रयविहीनों हेतु पहल की उसी तरह ब्रिस्वेन के विश्वासी अपने करुणा के कार्य को मूर्त रूप देने का प्रयास कर रहें हैं। “दो युवाओं ने एक काथलिक विद्यालय के वाहन का उपयोग करते हुए ब्रिस्बेन का दौरा किया और आश्रय विहीन लोगों के कपड़ों को जमा कर उन्हें धोया है।”

करुणा की जयंती वर्ष में पश्चाताप के बारे में उन्होंने कहा कि संत पापा के विचारों से मैं भी सहमत हूँ जो सर्वप्रथम लोगों को जानने, उनसे मिलने, उनकी संस्कृति को जानने, उनके साथ चलने की बात कहते हैं। इसके पहले की हम उन्हें कुछ कहें, हमें उनकी बातों को सुनना और इस तरह उचित समय के आने पर, उनसे एक अच्छा संबंध स्थापित करते हुए उन्हें उचित पश्चाताप करने का आहृवान करना है।

उन्होंने जोर देते हुए कहा,“हमें अपने करुणा के कार्यों को सार्वजनिक रुप में करने की जरूरत हैं जो समाज में हमारी विशिष्ट उपस्थिति को बयाँ करती है।

धर्माध्यक्ष ने करुणा की जंयती वर्ष के दौरान धर्मप्रान्त में अनेक करुणा के कार्यों की पहल की जिसमें करुणा के सात गिरजाघरों की तीर्थयात्रा, प्रार्थना और पापस्वीकार संस्कार पर जोर, प्रवासियों का स्वागत और उनका स्थापन तथा बन्दियों हेतु जंयती जैसे कार्य प्रमुख रहे।








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