मुम्बई, मंगलवार, 18 अक्टूबर 2016 (ऊका समाचार): मुम्बई के कार्डिनल ऑसवर्ल्ड ने वाराणसी में एक हिन्दू जुलूस के बाद मची भगदड़ में मारे लोगों के प्रति गहन सहानुभूति दर्शाते हुए कहा कि घायलों के उपचार हेतु काथलिक कलीसिया द्वारा संचालित अस्पताल हर प्रकार की मदद के लिये तैयार रहेंगे।
15 अक्टूबर को वाराणसी में गंगा नदी के घाट से एक निकटवर्ती गाँव तक विख्यात साधु जय गुरुदेव के अनुयायियों ने शाकाहारी भोजन एवं शराब निषेध के हित में दो दिवसीय कैम्प का आयोजन किया था। गाँव तक जाते जुलूस के दौरान भगदड़ मच गई जिसमें 24 व्यक्ति मारे गये तथा सैकड़ों घायल हो गये हैं।
प्राप्त समाचारों के अनुसार आयोजकों को कैम्प के लिये पाँच हज़ार लोगों की अनुमति मिली थी किन्तु लगभग दस लाख लोग जुलूस में जमा हो गये थे।
पुलिस अधिकारी दलजीत चौधरी ने कहा, "संकीर्ण पुल पर बढ़ती भीड़ के कारण दम घुटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और अफ़वाह फैलते ही भगदड़ मच गई।" उन्होंने कहा कि हताहतों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की ओर से मुम्बई के कार्डिनल ऑसवर्ल्ड ग्रेशियस ने मृत एवं घायल लोगों तथा उनके परिजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त की है तथा कहा है कि काथलिक लोकोपकारी संस्थाएँ पीड़ितों की हर प्रकार से मदद करेंगी।
उन्होंने कहा कि वाराणसी के साथ काथलिक कलीसिया का विशेष सम्बन्ध रहा है जहाँ के हिन्दू, इस्लाम एवं अन्य धर्मों के अनुयायी विशेष अवसरों पर एक साथ समारोहों का आयोजन करते आये हैं। कार्डिनल महोदय ने स्मरण दिलाया कि दो वर्ष पूर्व भी काथलिक कलीसिया ने धार्मिक विविधता, विश्व शांति एवं प्रेम को प्रोत्साहित करने के लिये अन्तरधार्मिक सम्मेलन का आयोजन किया था जिसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए थे।
कार्डिनल ग्रेशियस ने कहा, "दुर्भाग्यवश, आज हमारे प्राचीन शहर में अनेक लोग अपने प्रियजनों के लिये विलाप कर रहे हैं जिनके प्रति भारत की काथलिक कलीसिया एकात्मता का प्रदर्शन करती तथा उनकी पीड़ा में उनके समीप रहने का वादा करती है।"
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