2016-09-22 16:11:00

आधुनिक समाज में पत्रकारिता का महत्व


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 22 सितम्बर 2016 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने पत्रकारों की राष्ट्रीय परिषद के 400 सदस्यों से कहा कि पत्रकारिता का समाज के विकास हेतु बड़ा महत्व है और एक बड़ी जिम्मेदारी भी।

बृहस्पतिवार 22 सितम्बर को वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में पत्रकारों से मुलाकात करते हुए संत पापा ने कहा कि कुछ पेशों का समाज में बहुत अधिक प्रभाव होता है उनमें से एक है पत्रकारिता क्योंकि यह इतिहास का पहला मसौदा तैयार करता है। समय बदलता है और पत्रकारिता के तरीके भी बदलते हैं किन्तु व्यावसायिकता, एक स्वतंत्र और बहुलवादी समाज के मजबूत जीवन के लिए, एक आधारभूत तत्व एवं एक मील का पत्थर है।

संत पापा ने समाज के विकास हेतु पत्रकारिता की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, ″हम सभी के लिए यह आवश्यक है कि हम रुककर, इस बात पर चिंतन करें कि हम क्या कर रहे हैं और किस तरह कर रहे हैं।″ संत पापा ने कहा कि व्यावसायिक जीवन में भी इसी बात की आवश्यकता है थोड़ी देर रूक जाना और चिंतन करना। निश्चय ही, पत्रकारिता में यह आसान नहीं है क्योंकि यह निरंतर वितरण की मांग करता है किन्तु कम से कम कुछ क्षणों के लिए हम जरूर रूकें।

संत पापा ने पत्रकारिता के तीन तत्वों को प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सच्चाई के प्रति प्रेम सभी के लिए महत्वपूर्ण है किन्तु पत्रकारों के लिए खास, व्यावसायिकता के साथ जीना जो कानून और नियमों के परे जाता है तथा मानव प्रतिष्ठा का सम्मान करना।

सच्चाई से प्रेम करने का अर्थ न केवल एक स्थिति है किन्तु उसके लिए जीना, साक्ष्य देना एवं कार्य करना है। उन शब्दों के सम्मान के लिए लगातार जीना और काम करना जिन्हें समाचार पत्रों एवं दूरदर्शन सेवा में प्रयोग किया जाता है। सवाल यहाँ यह है कि अपने प्रति एवं दूसरों के प्रति ईमानदारी। रिपोर्ट हर सम्प्रेषण का केंद्र है तथा कोई भी रिश्ता लम्बे समय तक टिका नहीं रह सकता है जो बेईमानी पर आधारित हो। 

संत पापा ने पत्रकारिता में सच्चाई पर बने रहने की सलाह दी किन्तु कहा कि सच्चाई में अडिग रहना सदा आसान नहीं होता है। जिस तरह जीवन में सच्चाई और झूठ का फर्क करना पड़ता है उसी तरह पत्रकारिता में भी जाँचे और परखे जाने की आवश्यकता है।  

दूसरी बिन्दु पर चिंतन करते हुए उन्होंने कहा कि व्यावसायिकता को जीने का अर्थ नैतिकता के कोड के परे जाना तथा काम को समझना एवं आत्मसात करना। अर्थात् व्यवसाय को अपनी पक्षपातपूर्ण हितों में नहीं लगाना, चाहे वह आर्थिक हो या राजनीतिक। संत पापा ने कहा कि इस व्यवसाय की बुलाहट है मानव के सामाजिक आयाम को उठाने हेतु ध्यान पूर्वक सच्चाई की खोज तथा सच्ची नागरिकता के निर्माण को प्रोत्साहन देना। कार्य करने का अर्थ न केवल एक वर्ग की चिंताओं का जवाब देना है, चाहे वह वैध ही क्यों न हो किन्तु समाज के प्रजातंत्रिक संरचना का सदा ख्याल रखना है।

संत पापा ने पत्रकारों को मानव प्रतिष्ठा का सम्मान करने की सलाह देते हुए कहा कि हर कार्य में यह महत्वपूर्ण है।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि पत्रकारिता निर्माणात्मक उपकरण, सार्वजनिक हित का घटक तथा सुलह की प्रक्रिया का एक त्वरक बने जो भाषा के प्रयोग द्वारा भड़काने एवं विभाजित करने के प्रलोभन का बहिष्कार करना जानता है तथा मुलाकात की संस्कृति को प्रोत्साहन देता है। 








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