2016-09-21 14:09:00

शांति हेतु विश्व प्रार्थना दिवस के लिये सन्त पापा फ्राँसिस असीसी में


असीसी नगर, बुधवार, 21 सितम्बर 2016 (सेदोक): संत पापा फ्राँसिस मंगलवार 20 सितम्बर को संत फ्राँसिस की जन्मभूमि असीसी नगर में संत इजिदियो काथलिक लोकधर्मी समुदाय द्वारा आयोजित शांति हेतु अंतर-धार्मिक विश्व प्रार्थना दिवस के समापन समारोह में भाग लिया। तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय प्रार्थना सभा का विषय वस्तु था, "शांति की तृष्णाः समस्त धर्मों एवं संस्कृतियों की बीच वार्ता"।

सन् 1986 में पहली बार सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा असीसी नगर में शांति हेतु विश्व प्रार्थना दिवस की शुरुआत एक ऐतिहासिक घटना थी। 20 सितम्बर को असीसी में सम्पन्न शांति हेतु विश्व प्रार्थना दिवस की 30 वीं वर्षगाँठ थी।

संत पापा फ्राँसिस हेलीकोपटर से यात्रा कर असीसी के दूतों की संत मरियम महागिरजाघर के नजदीक उतरे। असीसी के धर्माध्यक्ष दोमेनिको सोरेंतीनो और स्थानीय अधिकारियों ने संत पापा फ्राँसिस का स्वागत किया। संत पापा को कार से पवित्र मठ लिया गया जहाँ उनका स्वागत मठ के अभिरक्षक फादर माउरो गाम्बेत्ती, कुस्तुनतुनिया के प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम प्रथम, एक मुस्लिम प्रतिनिधि, केंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेलबी, सीरो-ओरथोडोक्स अन्ताकिया के प्राधिधर्माध्यक्ष एप्रेम द्वितीय, एक यहूदी प्रतिनिधि और जापान के तेंदाई बौद्ध धर्म के सर्वोच्च प्रमुख ने किया।

 इसके बाद संत पापा को सिक्सतुस  चतुर्थ के मठ ले जाया गया। जहां ख्रीस्तीय संप्रदायों के प्रतिनिधि और विश्व के धार्मिक नेता उनका इंतज़ार कर रहे थे। संत पापा ने विश्व शाँति दिवस के प्रतिभागियों का अभिवादन किया।

पवित्र मठ में संत पापा के दोपहर के खाने के मेज पर सीरिया के कुछ शरणार्थी भी उपस्थित थे।

दोपहर को संत पापा फ्राँसिस व्यक्तिगत तौर पर प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम प्रथम, एक मुस्लिम प्रतिनिधि, महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेलबी, प्राधिधर्माध्यक्ष एप्रेम द्वितीय और एक यहूदी प्रतिनिधि से मुलाकात की।

स्थानीय समय अनुसार पूर्वाहन 4 बजे अलग-अलग स्थानों में शांति के लिए प्रार्थना की व्यवस्था थी। सभी ख्रीस्तीय संमप्रदायों के लिए प्रार्थना की व्यवस्था संत फ्राँसिस महागिरजाघर में की गई थी। 

प्रार्थना के बाद 5.15  को संत फ्राँसिस महागिरजा के प्राँगण में शांति हेतु विश्व प्रार्थना दिवस का तीन दिवसीय सम्मेलन कुस्तुनतुनिया के प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम प्रथम सहित इस्लाम, यहूदी एवं बौद्ध धर्मों के नेता के साक्ष्य, सन्त इजिदियो काथलिक लोकधर्मी समुदाय के संस्थापक प्रोफोसर अंद्रेया रिकारदी तथा सन्त पापा फ्राँसिस ने संदेश दिया।

 शांति के लिए एक अपील पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद इसे विश्व के विभिन्न देशों से आये बच्चों को सौंप दिया गया। युद्ध में मारे गये लोगों के लिये मौन धारण किया गया। दो मोमबत्तियाँ जलाई गईं तथा शाँति के आदान-प्रदान के साथ विश्व शांति दिवस संपन्न हुआ।

संत पापा फ्राँसिस निर्धारित समय अनुसार 6:30 को असीसी से विदा लिये और हेलीकोपटर से वापस वाटिकन सिटी पहुँचे। 








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