2016-09-19 16:31:00

संत पापा ने वाटिकन सुरक्षा बल को उनके अथक सेवा के लिए धन्यवाद दिया


वाटिकन सिटी, सोमवार, 19 सितम्बर 2016 (वीआर सदोक): संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन सुरक्षा बल को उनके अथक सेवा के लिए धन्यवाद दिया तथा शोषण एवं भ्रष्टाचार से जुड़े अपराधों के विरूद्ध सावधान किया।

वाटिकन सुरक्षा बलों की 200वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर में संत पापा ने समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित किया।

प्रवचन में उन्होंने नबी आमोस के ग्रंथ से लिए गये पाठ पर चिंतन किया जहाँ तीन प्रकार के लोगों का जिक्र किया गया है, शोषक, धूर्त और वफादार व्यक्ति।

संत पापा ने कहा, ″धूर्त घोटाले को पसंद करता तथा ईमानदारी से घृणा। वह रिश्वत एवं अंधकार में किये गये समझौते को पसंद करता है और उससे भी बुरी बात ये है कि वह अपने को ईमानदार मानता है।″ संत पापा ने कहा किन्तु धूर्त का पतन होता है तथा उसके कार्यों को कोई याद नहीं करता। 

उन्होंने आधुनिक युग के उन लोगों की ओर ध्यान खींचा जो शोषण करते हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्व में कई लोगों के पास बड़े-बड़े उद्योग हैं जो बंधुवा मजदूरों द्वारा चलते हैं। बंधुवा मजदूरी आज प्रबंधन की एक शैली सी हो गयी है।

संत पापा ने ईमानदार व्यक्ति के बारे चिंतन करते हुए कहा कि वे येसु का अनुसरण करते हैं। वे प्रार्थना के व्यक्ति हैं। वे दूसरों के लिए प्रार्थना करते एवं दूसरों की प्रार्थना पर विश्वास करते हैं। 

वाटिकन सुरक्षा बलों को सम्बोधित कर संत पापा ने कहा कि उनका उत्तरदायित्व है घोटाला करने वालों, बदमाशों और शोषकों के खिलाफ संघर्ष द्वारा सेवा प्रदान करना। उनका कर्तव्य है सच्चाई की रक्षा करना। अतः संत पापा ने दो शताब्दियों तक उनकी सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया तथा कहा कि वाटिकन सिटी एवं परमधर्मपीठ उनकी सेवा को पहचानती है।

ज्ञात हो कि वाटिकन सुरक्षा बल एक ऐसा सैन्य-दल है जो वाटिकन सिटी एवं परमधर्मपीठीय क्षेत्रों में सुरक्षा प्रदान करता है। सुरक्षा बल का कार्य, उन स्थानों पर सुरक्षा स्थापित करना, सार्वजनिक सुव्यवस्था बनाये रखना तथा किसी भी तरह के अपराध को रोकना है। संत पापा पीयुस सातवें ने सन् 1816 ई में इस फौज की स्थापना वाटिकन पुनःस्थापना पर वियेन्ना में हुए सम्मेलन के बाद की थी। 








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