वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 15 सितम्बर 2016 (वीआर सेदोक): ″इस संसार में जहाँ मानव अनाथपन की गहरी पीड़ा से ग्रसित है। हमारी एक माता है जो हमारा साथ देती तथा हमारी रक्षा करती है।″ यह बात संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार को वाटिकन के प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए कही।
संत पापा ने माता मरियम दुःखों की माता के पर्व दिवस के पाठ पर चिंतन किया जो हमें कलवारी पहाड़ पर ले चलता है। प्रेरित योहन एवं कुछ नारियों को छोड़ सभी चेले भाग चुके थे किन्तु माता मरियम वहाँ उपस्थित थी।
क्रूस के नीचे खड़ी माता मरियम के हृदय में दुःख का गहरा घाव था वह बहुत अधिक अपमानित थी किन्तु उसने अपने आप में गर्व महसूस किया और येसु का साथ दिया।
संत पापा ने कहा कि येसु ने प्रतिज्ञा की है कि वे हमें अनाथ नहीं छोड़ेंगे और उन्होंने क्रूस पर से अपनी माता को हमारे लिए अर्पित किया है। इस तरह ″हम ख्रीस्तीयों के लिए एक माता है जैसा कि येसु की माँ थी और हमारे लिए एक पिता भी हैं जैसा कि येसु के लिए भी थे। हम अनाथ नहीं हैं। उन्होंने अत्यधिक पीड़ा के साथ हमें जन्म दिया है सचमुच वे एक शहीद हैं। उनका हृदय तलवार के छद गया था और इतनी अधिक पीड़ा के समय उन्होंने हमें जन्म देना स्वीकार किया, उसी समय से वे हमारी माता हैं। जो हमारी देखभाल करती और हमारी रक्षा करने के लज्जा महसूस नहीं करती है।
संत पापा ने कहा कि इस संसार में जहाँ हम बड़े अनाथपन से ग्रस्त हैं हमारी एक माँ है जो हमारी रक्षा करती, शिक्षा देती, हमारा साथ देती और जो हमारे पापों के कारण शर्मिंदा नहीं है क्योंकि वे माता हैं।
संत पापा ने पवित्र आत्मा से प्रार्थना की कि वह हमें माता मरियम की मातृत्व के महान रहस्य को समझने की शक्ति प्रदान करे।
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