2016-09-05 16:01:00

करीतास इंडिया द्वारा दक्षिण एशिया खाद्य संप्रभुता की पहल में तेजी


नई दिल्ली, सोमवार, 5 सितम्बर 2016 (ऊकान): काथलिक कलीसिया के उदार संगठन करीतास इंडिया ने दक्षिणी तथा पूर्वी एशियाई समुदायों में खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता तथा खाद्य संप्रभुता प्राप्त करने हेतु मदद करने के प्रयास को तेज करने की योजना प्रस्तुत की।

करीतास की तीन दिवसीय कार्यशाला मलेशिया के पेनांग में सम्पन्न हुई जिसमें 13 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का उद्देश्य था एक खाद्य संप्रभुता की रणनीति पर आम सहमति पैदा करना तथा योजना के विकास हेतु स्थानीय लोगों की एक क्षेत्रीय नेटवर्क स्थापित करना।

कार्यशाला के दौरान करीतास इंडिया द्वारा खाद्य सुरक्षा और कृषि स्वदेशीकरण की पहल को भी प्रस्तुत किया गया।

डॉ. साजू ने कार्यशाला के प्रतिनिधियों को जानकरी दी कि करीतास इंडिया समुदायों को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता बनाने हेतु विशेष और कृषि की सामान्य रूप से मदद कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि करीतास  इंडिया में चल रहे लोगों के नेतृत्व वाली विकास (PLD) कार्यक्रम के घटकों में से एक के रूप में खाद्य संप्रभुता को जोड़ दिया गया है।

कार्यशाला में बनाये गये खाद्य संप्रभुता रणनीति के अनुसार आगामी दो सालों में कई कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा ताकि क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं एवं खाद्य संप्रभुता कार्यक्रम के भागीदारों को कार्य में दक्षता प्रदान किया जा सके। 

डॉ. साजू एम के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं एवं भागिदारियों को दक्षिण एशिया के विशिष्ट व्यक्ति के रूप में उनका साथ देंगे। 








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