पत्र 3.8.16
आप मेरे पत्रों को वाटिकन भारती पत्रिका में प्रसारित क्यों नहीं करते हैं। पत्रिका में शायद दीपक कुमार दास और हेमन्त कुमार ही रजिस्ट्रड हैं। क्या हमारे पत्रों में टिप्पणियाँ नहीं होतीं? वाटिकन भारती पत्रिका में सामाजिक राजनीतिक विषयों पर ज्यादा रिपोर्ट दें जिस से एक ही पत्रिका में सब कुछ मिल जाए। संत पापा फ्राँसिस के संदेश भी श्रोता सम्मेलन की विशेष पत्रिका में बहुत पसंद आयी। हमें खेद है कि हम सम्मेलन में भाग नहीं ले सके। क्या आप मेरे पत्रों को वाटिकन भारती पत्रिका में छापेंगे?
मुशरफ हुसाईन ईरानी।
पत्र- 25.8.16
जय मसीह की, आपके रेडियो कार्यक्रम को सुनकर जब समीक्षात्मक पत्र भेजता हूँ। तो उस पत्र को 'श्रोताओं के पत्र' कार्यक्रम में शामिल नहीं किया जा रहा है। निवेदन है कि पत्र नियमित शामिल करने की कृपा करें। ताकि उत्साह में कमी न हो क्योंकि मैं पत्र आपको नियमित भेजने का प्रयास करता रहता हूं।
डॉ. हेमन्त कुमार, प्रियदर्शिनी रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष, गोराडीह भागलपुर, बिहार।
पत्र – 29.8.16
आशा है सकुशल होंगे। सूचित कर दूँ कि आपका प्रसारण नियमित सुन रही हूँ। खेद है कि अभी तक कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ है अंतिम बार आग्रह कर रही हूँ।
शहनावाज मोहाम्मदी।
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