2016-08-31 15:35:00

कलीसिया का करुणामय चेहरा, मदर तेरेसा : कारितास इंडिया के निदेशक


नई दिल्ली, बुधवार,31 अगस्त 2016 (एशिया समाचार) : 4 सितम्बर को वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में मदर तेरेसा को संत घोषित किया जायेगा।  कोलकाता की मदर तेरेसा कलीसिया के करुणामय चेहरे और "दुनिया भर के लाखों करितास कार्यकर्ताओं के लिए आदर्श" हैं। उक्त बातें काथलिक उदारता संगठन कारितास की भारतीय शाखा कारितास इंडिया के निदेशक फादर फ्रेडरिक डिसूजा ने एशिया समाचार से कही।

फादर डिसूजा ने कहा, "कुछ ही दिनों में मदर तेरेसा काथलिक कलीसिया की एक संत के रूप में जानी  जायेंगी। यह एक सम्मान और मान्यता की बात है जो कि दुनिया भर में लाखों लोगों के दिल और मन में पहले से ही थी। बहुतों ने उनके बारे में लिखा है, कुछ ने उन्हें 'दया की प्रेरित' के रुप में पहचाना है तो कुछ ने उनके कामों की आलोचना की है।″

उन्हें धन्यवाद क्योंकि उन्हीं के द्वारा कलीसिया में दया के काम को पुनर्जीवन मिला है और ईश्वर के प्रति गहरे प्रेम का साक्ष्य देकर लोगों के विश्वास को पुनर्जीवित किया गया है।

पूजन पद्धति, ईशवचन घोषणा और सेवा कलीसिया की तीन बुनियादी विशेषताएं हैं। प्रेरितों द्वारा हस्तांतरिक विश्वास की धरोहर को बहुत बार स्पस्टीकरण का सामना करना पड़ा। मदर तेरेसा ने न केवल व्यापक सेवा की भावना को पुनर्जीवित किया अपितु इसे एक नया अर्थ दिया: आत्म-त्याग और बलिदान के साथ की गई सेवा फलदायक होती है।

कारितास जो कलीसिया की बुनियादी विशेषता सेवा को व्यक्त करता है, कलीसिया के इस विशेष समारोह में शरीक है क्योंकि मदर तेरेसा दुनिया भर के लाखों करितास कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं।

ये कार्यकर्ता अपने जीवन को खतरे में डालकर, प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं, या यहां तक कि युद्धग्रस्त लोगों की सहायता एवं राहत कार्यों में लग जाते हैं। धन्य मदर तेरेसा कारितास के कार्यकर्ताओं को कलीसिया के करुणामय चेहरे बनने हेतु मदद करें।








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