2016-08-27 16:45:00

अमरीका के धर्माध्यक्षों एवं ईरान के धार्मिक नेताओं द्वारा शांति एवं वार्ता को प्रोत्साहन


वॉशिंगटन, शनिवार, 27 अगस्त 2016 (एशियान्यूज): अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन एवं ईरानी धार्मिक नेताओं ने मुलाकात की संस्कृति, सहिष्णुता, वार्ता तथा अन्य धर्मों की परम्पराओं का सम्मान करने वाली शांति को बढ़ावा देने हेतु एक संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया तथा सामूहिक विनाश तथा आतंकवाद के लिए हथियारों के विकास एवं प्रयोग को अनैतिक कहा।

घोषणा पत्र 5 से 10 जून को रोम में आयोजित नैतिक वार्ता के तहत जारी किया गया है। वार्ता ने अमरीका एवं ईरान के धार्मिक नेताओं के बीच प्रभावपूर्ण सम्पर्क हेतु एक स्थायी चैनल भी स्थापित करने का प्रयास किया है। अंतरधार्मिक वार्ता सभी धर्मों के नैतिक पक्ष की ओर झुकाव पर ध्यान खींचता है विशेषकर, जब वे मानव अधिकार, सामूहिक विनाश के हथियार तथा आतंकवाद की ओर बढ़ते हैं।

घोषणा पत्र जारी करते समय काथलिक प्रतिनिधि के रूप में अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सदस्य धर्माध्यक्ष ऑस्कर कन्तु, नवीन मेक्सिको काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के न्याय एवं शांति विभाग के अध्यक्ष कार्डिनल मैककरीक, वॉशिंगटन के ससम्मान सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष रिचर्ड पातेर तथा बालतिमोर के धर्माध्यक्ष डेनिस मडेन और ईरान के पाँच नेताओं का प्रतिनिधित्व करते हुए तेरान के अयातोल्लाह महदी हदावी तथा अयातोल्लाह अबुलघसेम अलीदूस्त उपस्थित थे। वार्ता की शुरूआत 2014 में कोम की सभा में हुई थी जिसमें दुनिया को परमाणु हथियार से मुक्त किये जाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया था।

धर्माध्यक्ष कन्तु ने कहा, ″आज की यह संयुक्त घोषणा, दो धर्मों के बीच ईमानदारी पूर्वक वार्ता का परिणाम है जो जीवन एवं मानव व्यक्ति की प्रतिष्ठा के मामले के कारण एक साथ हैं।″ उन्होंने कहा कि हम एक साथ इस वार्ता में आगे बढ़ने हेतु प्रतिबद्ध हैं जिसके कारण मानव परिवार गरीबी, अन्याय, असहिष्णुता, आतंकवाद तथा युद्ध की स्थिति से गुजर रहा है।

संयुक्त घोषणा पत्र पर कोम सेमिनरी के महासमिति के वरिष्ठ सदस्य अयातोल्लाह अली रेज़ा अराफी एवं अल मुस्ताफा अंतरराष्ट्रीय विश्व विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. अबदुल मजिद हकिम एलाही तथा धर्माध्यक्ष ऑस्कर कन्तु तथा कार्डिनल थेओदोर मकारिक ने की। 








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