अफ्रीका, शुक्रवार, 26 अगस्त 2016 (वी आर) हमारे मध्य कई तरह की घरेलू हिंसा व्याप्त है और इससे कोई भी अछूता नहीं है चाहे वे बच्चें, विद्यार्थी या माता-पिता ही क्यों न हों उक्त बातें तोरोरो के धर्माध्यक्ष एम्मनुएल ओबो ने युगन्डा में अपने एक साक्षात्कार के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि उनके धर्मप्रान्त में घरेलू हिंसा परिवारों की एक बड़ी चुनौती है।
हमारे परिवारों में कई तरह की हिंसा रोज दिन होते हैं, पति द्वारा अपनी पत्नी को मारा
जाना, कुछेक परिस्थितों में इसके ठीक विपरीत पत्नी द्वारा पति को मारा जाना, बच्चों के
प्रति हिंसा जिसमें उनका यौवन शोषण आदि। इस प्रकार, लड़कियाँ समाज में स्वतंत्रतापूर्वक
जीवन यापन नहीं कर सकती हैं।
धर्माध्यक्ष ने कहा, “यह जीवन का एक अंग का बन गया है।” उन्होंने बतलाया कि लोग अपने
जीवन से संतुष्ट नहीं हैं अतः वे अपने जीवन में तरक्की करना चाहते हैं लेकिन वे अपने
को असमर्थ पाते जिसके कारण वे हतोत्साहित हो जाते हैं। धर्माप्रान्त ने घरेलू हिंसा के
विरुद्ध में एक अभियान चलाया है जिसमें ऐसे परिवार सम्मिलित होते हैं जो इस हिंसा की
स्थिति से बाहर निकलना चाहते हैं। ऐसे परिवारों के साक्ष्य और सेवा से दूसरे परिवारों
को टूटने की स्थिति से बचाया जा रहा है।
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