2016-08-23 11:49:00

दक्षिण भारत में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध नये हमले


मुम्बई, मंगलवार, 23 अगस्त 2016 (एशियान्यूज़): दक्षिण भारत में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के नये मामले प्रकाश में आये हैं। 

पहली घटना कर्नाटक में 18 अगस्त को हुई तथा दूसरी घटना इसके दो दिन बाद केरल में घटी।

बैंगलोर में एवेन्जेलिकल ख्रीस्तीय कलीसिया के एवान मामोंग किपगन नामक 26 वर्षीय युवक पर 18 अगस्त को उस समय हमला किया गया जब वह अपने एक मित्र के यहाँ आयोजित प्रार्थना सभा से बाहर निकल रहा था। एवान मामोंग ने पुलिस में शिकायत दर्ज़ की है कि कुछ अज्ञात लोगों ने उस पर हमला बोला तथा लाठियों एवं लातों से उसकी पिटाई की।

इसी प्रकार 20 अगस्त को केरल के त्रिस्सूर ज़िले के कोडूँगालूर में शॉरोन फेलोशिप पेन्टेकॉस्टल चर्च पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों ने प्रार्थना सभा को भंग करने का दुस्साहस किया। चर्च के अध्यक्ष रेव्ह. रॉय शेपर्ड ने एशियान्यूज़ को बताया कि विगत पाँच वर्षों में कई बार हिन्दु चरमपंथियों ने प्रार्थना सभाओं को भंग करने का प्रयास किया है।

उन्होंने बताया कि मामले की रिपोर्ट पुलिस में कर दी गई है किन्तु उनके समुदाय के लोग भय एवं असुरक्षा में जीवन यापन कर रहे हैं।

ख्रीस्तीयों के विरुद्ध कुछ वर्षों से जारी हिंसा पर गहन चिन्ता व्यक्त करते हुए ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स (जीसीआईसी) के अध्यक्ष डॉ. साजन के. जॉर्ज ने एशियान्यूज़ से बातचीत में छोटे से ख्रीस्तीय समुदाय पर हिन्दु चरमपंथियों की हिंसा की कड़ी निन्दा की तथा इस बात का स्मरण दिलाया कि "भारत का ख्रीस्तीय समुदाय केवल वही कर रहा है जिसकी अनुमति उसे भारतीय संविधान देता है।"

उन्होंने कहा कि कर्नाटक एवं केरल में हुई हाल की दो घटनाएँ ख्रीस्तीय अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हुए सिलेसिलेवार आक्रमणों का केवल एक छोटा सा अंश हैं।

इस बात पर उन्होंने गहन क्षोभ व्यक्त किया कि प्रशासन भी ख्रीस्तीय अल्पसंख्यकों के विरुद्ध आक्रमण को रोकने में समर्थ नहीं रहा है।








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