2016-08-16 11:45:00

प्रताड़ित महिलाओं के लिये सन्त पापा ने किया न्याय एवं शांति का आह्वान


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 16 अगस्त 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने अफ्रीका विश्व की समस्त प्रताड़ित महिलाओं के लिये न्याय, शांति एवं प्रेम का आह्वान किया है।

सोमवार को, मरियम के स्वर्गोत्थान महापर्व के उपलक्ष्य में, वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्र तीर्थयात्रियों को सम्बोधित कर सन्त पापा फ्राँसिस ने उन समस्त महिलाओं एवं बच्चों को याद करने का आग्रह किया जो बलशाली लोगों के अहंकार के गुलाम बने हुए हैं। उन लाखों बच्चों का भी उन्होंने स्मरण किया जो अमानवीय श्रम के लिये मजबूर किये जाते हैं।

माँ मरियम के धन्यवाद गीत को उद्धरित करते हुए सन्त पापा ने कहा, "यह गीत हमें वर्तमान विश्व में व्याप्त अनेक दुखद परिस्थितियों पर मनन-चिन्तन हेतु अग्रसर करता है, विशेष रूप से, उन महिलाओं पर विचार हेतु बाध्य करता है जो हिंसा से पीड़ित हैं तथा जीवन के बोझ तले दबी हैं; महिलाएँ जो बलशालियों के अहंकार की गुलाम बनी हुई हैं; किशोरियाँ जो अमानवीय श्रम के लिये बाध्य हैं और महिलाएँ जो पुरुषों के लोभ एवं लम्पटता पर शरीर और आत्मा सहित समर्पण के लिये बाध्य हैं।"

सन्त पापा ने प्रार्थना की कि इन सभी प्रताड़ित महिलाओं के लिये शांति, न्याय एवं प्रेम में जीवन यापन सम्भव बन पड़े। ऐसा जीवन जिसमें इन्हें अपमानित नहीं होना पड़े अपितु जीवन की राह पर सहायता एवं मार्गदर्शन मिल सके तथा सभी प्रकार की दासताओं से मुक्ति मिल सके।

इससे पूर्व शुक्रवार को सन्त पापा ने रोम में विश्व व्यापी उदारता संगठन कारितास द्वारा संचालित एक शरणार्थी शिविर की भेंट कर वहाँ उन कुछेक महिलाओं से मुलाकात की थी जिन्हें वेश्यावृत्ति के लिये बाध्य किया गया था।








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