2016-08-05 16:39:00

अन्तराष्ट्रीय काथलीक प्रवासी संघ द्वारा लाखों प्रवासियों की सहायता


वाटिकन रेडियो 05 शुक्रवार, 2016 (वीआर) जेनेवा द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान विस्थापित लोगों के सहायतार्थ 1951 में स्थापित अन्तराष्ट्रीय काथलीक प्रवासी संघ लाखों प्रावसियों को अपनी सेवाएँ प्रदान कर रही है जो अपने देश और मुल्क को युद्ध के कारणों से छोड़ने हेतु विवश है।

संघ से नव नियुक्त सचिव माननीय रोबर्ट भीतिल्लो जो अपने दल के सदस्यों के साथ 2015 के वार्षिक व्यवहारिक कार्य, पुनः निर्वासन और नीति निर्धारण रिपोर्ट की प्रस्तुति हेतु रोम में उपस्थित थे वाटिकन रेडियो संवादाता फिलिप्पा हिचेन से अपनी वार्ता के दौरान सीरिया और मध्यपूर्वी क्षेत्रों में युद्ध ग्रस्त स्थिति और अपने कार्यों की चर्चा की।

फिलिप्पा द्वारा वरिष्ठ संचालन अधिकारी वाल्टर विरिल्स और क्रिस्टीना पलाज्जो को मिली जानकारी के अनुरूप वाल्टर ने कहा कि अन्तराष्ट्रीय काथलीक प्रवासी संघ (आईसीएमसी) बहुत सालों से सीरिया के स्थानीय संगठन तेरे देस होमेस से मिलकर सीरिया में कार्यरत है। उन्होंने युद्ध प्रभावित देशों की स्थिति के बारे में कहा कि उन्हें पानी की कमी, बिजली आपूर्ति, सड़क अवरोध जैसे बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जिसके कारण जरूरतमन्दों को आवश्यकता की चीजें मुहैया करने में दिक्कत होती है।

क्रिस्टीना पालज्जो ने बतलाया कि विस्थापित लोगों के बीच रज़ाई, हीटर और अन्य उपयोगी चीजों को वितरण किया जा रहा है जिससे वे ठंढ के मौसम में सुरक्षित रह सकें। लोगों के बीच धन राशि वितरण किया जा रहा जिससे वे किराया का भुगतान और स्वास्थ्य विशेषकर गर्भवती महिलाओं द्वारा प्रसव के पूर्व और प्रसव के बाद बच्चों की देखभाल उचित रूप में किया जा सकें। उन्होंने कहा कि आईसीएमसी दस से बीस हजार सीरिया और आस-पास के देशों के विस्थापित लोगों हेतु कार्य करता है।

 

विरिल ने कहा कि पुनर्वास के कार्य तुर्की समस्याओं के बावजूद इस्ताम्बुल के स्थानीय संचालक द्वारा जारी है। उन्होंने कहा विगत साल करीब 5000 लोगों को अमरीका में पुनर्वासित कराया गया था। आशा है कि इस वर्ष सुरक्षा व्यवस्था में सख्ती के बावजूद और अधिक लोगों के पुनर्वासित कराया जायेगा। 








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