2016-08-01 16:18:00

उड़ीसा के युवा का अनुभव वह अपने शहीद मित्र के साथ जुड़ा था


वाटिकन रेडियो, 01 अगस्त 2016 (वीआर) भारत के उड़ीसा राज्य से 50 प्रतिभागियों का एक दल जिन्होंने पोलैण्ड के विश्व युवा दिवस में भाग लेते हुए इस बात का अनुभव किया कि वे अपने राज्य के शहीदों से आध्यात्मिक रूप से संयुक्त थे।

कटक-भुनेश्वर धर्मप्रान्त के 21 वर्षीय एक ख्रीस्तीय प्रतिभागी जोन ने एशिय न्युज को बतलाया कि इस विश्व युवा मिलन के दौरान उन्होंने ऐसा अनुभव किया, मानो कंधमाल के शहीद पूरे सम्मेलन में उसके साथ थे, वे न केवल उसके साथ वरन् इस समारोह में सहभागी हो रहे सारे भारतीय समुदाय के युवाओं के साथ आध्यात्मिक रुप से यात्रा कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मेरी यह अनुभूति इसलिए रही क्योंकि उनके रक्त ने हमारे विश्वास को सींचा, बढ़ाया और पुख्ता बनाया है। विश्व युवा दिवस का कोटिशः धन्यवाद क्योंकि हमने करुणा के बारे में जाना और सीखा है।”

जोन अपने साथ अपने आजिज़ मित्र राजेश की चित्र को धारण किये रहते हैं जो 2008 में ईसाइयों के विरुद्ध हुए कंधामाल की घटना में नरसंहार का शिकार हुआ। उन्होंने कहा, “यदि ईश्वर नम्र लोगों को अपने साक्ष्य हेतु चुनते हैं तो उनका मित्र उनमें से एक है।” विश्व युवा सम्मेलन के दौरान जोन ने अपने मित्र के बारे में साक्ष्य दिया जिसे हिंसा के दौरान गोली का शिकार होना पड़ा।

उडीसा के युवा प्रतिनिधियों के दल की अगवाई तीन पुरोहितों ने की उन्होंने बतलाया कि उनके दल में एक हिन्दू लड़की भी थी जो अब इनके साथ धर्मशिक्षा की शुरूआत करने की चाह रखती है। उन्होंने बतलाया कि पोलैण्ड के क्राकोव में आयोजित 26 से 31 जुलाई के 31वें विश्व युवा दिवस में भारतीयों को संख्या 500 के करीब रही होगी। 








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