2016-07-29 12:14:00

कठिनाइयों के बावजूद विश्वास के प्रति दृढ़ रहनेवाले पोलिश लोग सम्मानित


चेस्टोकोवा, पोलैण्ड, शुक्रवार, 29 जुलाई 2016 (सेदोक): पोलैण्ड के क्रेकाव शहर से 100 किलो मीटर की दूरी पर स्थित चेस्टोकोवा के जसना गोरा मरियम तीर्थ पर गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने लगभग छः लाख तीर्थयात्रियों को आशीर्वाद दिया, राष्ट्र के प्रिय सुपुत्र सन्त जॉन पौल द्वितीय के प्रति श्रद्धार्पण किया तथा सोवियत संघीय साम्यवादी काल के कठिन दौर में भी विश्वास के प्रति निष्ठावान असंख्य "साधारण तथापि उल्लेखनीय" पोलिश लोगों के प्रति सम्मान का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, "हमारे विचार आपके उन असंख्य पुत्रों एवं पुत्रियों की ओर अभिमुख होते हैं जिन्होंने, शहीदों के सदृश, सुसमाचार के प्रकाश को प्रज्वलित किया तथा कठिन परीक्षाओं की घड़ियों में भी ईश प्रेम का साक्ष्य प्रस्तुत किया।" 

श्रोताओ, काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस इस समय पोलैण्ड की पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पर हैं जहाँ वे 31 वें विश्व युवा दिवस के समारोहों की अध्यक्षता कर रहे हैं। 31 जुलाई को सन्त पापा पोलैण्ड से पुनः रोम लौट रहे हैं।

सन्त पापा फ्राँसिस जिन्होंने पोलैण्ड में इस सप्ताह जारी अपनी पाँच दिवसीय तीर्थयात्रा से पहले कभी भी पूर्वी यूरोप में कदम नहीं रखा था जसना गोरा मरियम तीर्थ पर कथित "अश्वेत मरियम" प्रतिमा को कुछ मिनटों तक एकटक देखते रहे। 14 वीं शताब्दी से पूजा का लक्ष्य बने मरियम तीर्थ पर स्थापित प्रतिमा की माँ मरियम एवं शिशु येसु के चेहरे सदियों की वार्निश एवं मोमबत्तियों की कालिख से पूर्णतः काले हो गये हैं। 

दूर-दूर से लम्बी पैदल तीर्थयात्रा तय कर जसना गोरा पहुँचना पोलैण्ड के काथलिक धर्मानुयायियों की काथलिक पहचान एवं काथलिक परवरिश का अभिन्न अंग बन गया है।

पोलैण्ड द्वारा काथलिक विश्वास के आलिंगन की 1050 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में चेस्टोकोवा में लगभग छः लाख तीर्थयात्रियों के लिये सन्त पापा द्वारा अर्पित ख्रीस्तयाग समारोह में पोलैण्ड के ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय धर्माधिकारी भी उपस्थित हुए। इनके अतिरिक्त राष्ट्रपति आन्द्रेज़ दूदा तथा वरिष्ठ पोलिश प्रशासनाधिकारी इस समारोह में उपस्थित थे। गुरुवार, 28 जुलाई की सन्ध्या सन्त पापा फ्राँसिस ने क्रेकाव में विश्व के विभिन्न राष्ट्रों से एकत्र लगभग पाँच लाख युवाओं को अपना सन्देश दिया।  

स्फूर्ति और उत्साह से परिपूर्ण रैली के दौरान अपने अलग-अलग राष्ट्रीय ध्वजों को फहराते, गीत गाते तथा जीवन्त धुनों पर थिरकते युवाओं ने अपने बीच इस खास मेहमान का स्वागत किया। आर्जेन्टीना में जन्में सन्त पापा फ्राँसिस के प्रति स्नेह का प्रदर्शन करते हुए पोलैण्ड के संगीतज्ञों ने, टैंगो प्रेमी फ्रांसिस, के लिये एक विशेष टैंगो गीत की भी रचना की थी।

पोलिश विद्यार्थी मारसिन ज़िस्बिक ने पत्रकारों से कहा "हालांकि जॉन पौल हमारे बीच नहीं रहे किन्तु फ्राँसिस का अर्थ है ईश्वर के प्रति असीम प्रेम को जारी रखना जैसा कि हमारे प्रिय सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने हमें सिखाया है।"  

गुरुवार के ख्रीस्तयाग समारोह के दौरान कुछेक असाधारण घटनाएं भी घटी जैसे एक गर्भवती स्त्री प्रसव पीड़ा से कराह उठी जिसे अस्पताल ले जाना पड़ा और जहाँ उसने अपनी सुपुत्री को जन्म दिया। समारोह की शुरुआत में वेदी पर चढ़ते 79 वर्षीय सन्त पापा फ्राँसिस सीढ़ियों पर गिर से गये किन्तु कुछेक पुरोहितों की मदद से तुरन्त उठ खड़े हुए। वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा, "गिर पड़ने के कोई दुष्परिणाम नहीं दिखे हैं, सन्त पापा को किसी प्रकार की चोट नहीं आई है, वे पूर्णतः स्वस्थ हैं इसलिये चिकित्सीय जाँच की कोई आवश्यकता नहीं है।"    

इस स्थल पर पोलैण्ड की जनता का सन्त पापा ने आह्वान किया कि वे अपने पूर्वजों द्वारा प्रसारित मूल्यों पर सुदृढ़ रहते हुए एकात्मता एवं सहिष्णुता का प्रदर्शन करें तथा अपने दरवाज़ों  पर दस्तक देनेवाले शरणार्थियों एवं आप्रवासियों का स्वागत करें, भले ही वे ग़ैरख्रीस्तीय ही क्यों न हों। गुरुवार सन्ध्या के समारोह में विश्व युवा दिवस के लिये एकत्र युवाओं को सन्त पापा ने प्रोत्साहन देते हुए कहा कि उनका विश्वास है कि आज के युवा "पुलों के निर्माण तथा दीवारों एवं बाड़ों को गिराने के साहसिक कार्यों में शामिल होंगे।








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