2016-07-11 16:29:00

महान लोकोपकारक अब्दुल के निधन पर कलीसिया में शोक


कराँची, सोमवार, 11 जुलाई 2016 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान के महान लोकोपकारक अब्दुल सात्तर एधी का निधन 9 जुलाई को कराँची के एक अस्पताल में हुआ। वे गुर्दा संबंधी बीमारी से ग्रसित थे। 

9 जुलाई को अब्दुल के अंतिम संस्कार में भाग लेकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी क्योंकि वे ″पाकिस्तान के मदर तेरेसा″ माने जाते हैं।

कराँची महाधर्मप्रांत ने सभी गिरजाघरों में जागरण प्रार्थना का आयोजन किया। एशियान्यूज़ से बातें करते हुए पाकिस्तानी कलीसिया के कई सदस्यों, कराँची करीतास एवं ख्रीस्तीयों एवं मुस्लमानों ने करुणा के दूत की मृत्यु पर गहन शोक व्यक्त किया तथा कहा कि प्रेम का उनका उदाहरण अमर रहेगा, विशेषकर, समाज सेवा के कार्य द्वारा। अब्दुल को कराँची के राष्ट्रीय स्टेडियम में श्रद्धांजलि अर्पित की गयी जो लोगों से खचाखच भरा था।

महान लोकोपकारक अब्दुल सात्तर एधी ने ‘एधी न्यास’ की स्थापना की है जो विश्व में एंबुलेंस के सबसे बड़े नेटवर्क का संचालन करता है।

अब्दुल का जन्म सन् 1928 ई. में गुजरात के एक छोटे से गाँव में हुआ था। 1947 में जब भारत और पाकिस्तान विभाजित हुआ अब्दुल का परिवार पाकिस्तान चला गया जहाँ उन्होंने एक मुफ्त मेडिकल क्लिनिक खोला। उनके द्वारा स्थापित न्यास मात्र पाकिस्तान में 5,700 लोगों का आवास बन गया है। एधी न्यास द्वारा 17 आवासीय संस्थान तथा 1,500 एम्बुलेंस उपलब्ध किये जाते हैं। इस सामाजिक नेटवर्क द्वारा दर्जनों अस्पताल, प्रयोगशाला, अनाथालय, नर्सिंग होम एवं मादक पदार्थों की लत में फंसे लोगों के लिए पुनर्वास केंद्र संचालित हैं जो मुफ्त में अपनी सेवाएँ प्रदान करते हैं। ये संस्थाएँ खासकर, गर्भ में पल रहे अनचाहे बच्चों की देखभाल हेतु खोले गये हैं।

महान लोकोपकारक अब्दुल अपने कार्यों के लिए कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित के जा चुके हैं। इतने अधिक सम्मानित किये जाने के बावजूद उन्होंने बहुत ही सादगी का जीवन व्यतीत किया।

फा. बोन्नी मेंडेस ने कहा, ″उन्हें इस बात की चिंता नहीं थी कि कोई पुरूष हो अथवा महिला, घायल हो अथवा विकलांग, उनका एकमात्र मानदण्ड था कि क्या व्यक्ति को मदद चाहिए अथवा नहीं।








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