2016-07-09 14:38:00

सागर रविवार के लिए जापानी धर्माध्यक्ष का संदेश


जापान, शनिवार, 9 जुलाई 2016 ( वी आर सोदोक) :  नाविकों की कठिनाइयों और जोखिम भरी स्थिति की ओर मीडिया का ध्यान आकर्षित करते हुए जापान के काथलिक धर्माध्यक्षों ने विश्वासियों से समुद्र और समुद्री नाविकों की रक्षा हेतु मदद का आग्रह किया है।

10 जुलाई रविवार को इस वर्ष सागर रविवार हेतु आदर्श वाक्य “एक ही जहाज पर - हमारे पिता की करुणा के साथ” प्रवासियों, शरणार्थियों और नोमाडियों के लिए जापान के काथलिक आयोग के अध्यक्ष तथा नागोया के धर्माध्यक्ष माईकेल गोरो मातसूरा ने अपने संदेश में उल्लेख किया है कि जो लोग समुद्र में काम करते हैं उनकी कठिनाइयाँ सिर्फ प्राकृतिक खतरे की नहीं है।

" हालांकि समुद्र में परमाणु परीक्षण और रेडियोधर्मी एवं अन्य अपशिष्ट पदार्थों को फेंकने की वजह से यह और भी खतरनाक होता जा रहा है। इस तरह के मानवीय गतिविधियों से नाविक और अन्य लोगों के साथ-साथ सभी समुद्री प्रजातियाँ भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं।

समुद्र को ईश्वर की सृष्टि का एक अद्भुत उपहार बतलाते हुए धर्माध्यक्ष मातसूरा ने कहा “हमें अपने स्वार्थ के खातिर समुद्र को दूषित नहीं करना चाहिए।" 

उन्होंने कहा, "हम सभी समुद्र पर काम कर रहे लोगों के माध्यम से समुद्र से हमारी रोजी- रोटी प्राप्त करते हैं।" "चूंकि हम सभी एक ही जहाज में सफर कर रहे हैं, श्रमिक जमीन पर हों या समुद्र में, हमें उनका बराबर ध्यान रखना चाहिए ।

अपने संदेश के अंत में धर्माध्यक्ष मातसूरा ने नाविकों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना का आग्रह किया। 








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