2016-06-27 17:33:00

महाराष्ट्र की सरकार ने यहूदी समुदाय के लोगों को अल्पसंख्यकों का दर्ज दिया


मुम्बई, सोमवार, 27 जून 2016 (ऊका न्यूज) महाराष्ट्र राज्य सरकार ने यहूदी समुदाय को अल्पसंख्यकों का दर्ज दिया है जिसके तहत वे राज्य के कल्याणकारी विकल्प योजनाओं का लाभ उठा पायेंगे।

मिशन के उप-प्रमुख, मुंबई में इस्राइल के वाणिज्य दूतावास जनरल निमरोद अस्सोलिन ने कहा, “यह एक नई पहल है जिसके तहत यहूदी समुदाय के लोगों को लाभ मिलेगा।” मुम्बई में यहूदियों के नेता रब्बी कोजलोबस्की ने कहा कि वे इस निर्णय से “सचमुच बहुत खुश” हैं। उन्होंने कहा, “यद्यपि हमें अब तक नहीं पता की अल्पसंख्यकों की गिनती में आने से हमें क्या-क्या लाभ प्राप्त होगा। लाभप्रद योजनाएँ अब तक अधिकारियों के द्वारा विचार-विमर्श किये जा रहें हैं।” उन्होंने कहा कि यहूदी समुदाय 2000 वर्षों पूर्व से भारत में निवास कर रहा है और यह उचित है कि हमें हमारा हक दिया गया है।
लिखित इतिहास के अनुसार यहूदी सर्वप्रथम केरल में ईसा मसीह से पूर्व आये जबकि कुछ इतिहासकारों का विश्वास है कि उनका व्यापारिक संबंध यूदा के राजा सलोमोन के समय से था।

विदित हो कि सन् 1947 ई. में भारतवर्ष की स्वतंत्रता के दौरान उनकी संख्या करीब चालीस हजार थी और वे कोच्चि, कोलकता, चेन्नई और मुम्बई जैसे महा नगरों में बिखरे हुए थे। देश में सामाजिक और राजनीति परिवर्तन के कारण उनमें से करीब सैकड़ों ने इस्राएल पलायन किया। जबकि देश के वाणिज्य केन्द्र मुम्बई में अब भी यहूदियों की एक बड़ी संख्या निवास करती है उनके लिए महानगर के विभिन्न इलाक़ों में करीब नौ यहूदी प्रार्थना सभागार सुरक्षित हैं। 








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