कोची, मंगलवार, 14 जून 2016 (ऊका समाचार): केरल के काथलिक धर्माध्यक्षों ने यमन में बन्धक बनाये गये पुरोहित फादर टॉम ऊज़्झुनालिल के बारे में अनिश्चितता पर गहन चिन्ता व्यक्त की है।
अप्रैल माह के आरम्भ में यमन में आतंकवादियों द्वारा साईलिशियन धर्मसमाजी पुरोहित फादर टॉम का मदर तेरेसा की धर्मबहनों द्वारा संचालित एक आश्रम से अपहरण कर लिया गया था।
कोची में केरल के धर्माध्यक्षों की बैठक के बाद आठ जून को प्रकाशित एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, "केरल के काथलिक धर्माध्यक्ष फादर टॉम ऊज़्झुनालिल के बारे में अनिश्चितता एवं उनकी रिहाई में विलम्ब के प्रति अत्यधिक चिन्तित हैं तथा राज्य एवं केन्द्रीय सरकार से आग्रह करते हैं कि वे यमन के विद्रोहियों की क़ैद से उन्हें तुरन्त रिहा करने के लिये अपने प्रयासों को सघन करें।"
इसी बीच, दक्षिण एशिया में साईलिशियन धर्मसमाज के प्रान्तीय परामर्शक फादर मारिया आरोक्यम कनागा ने भी फादर टॉम की रिहाई में विलम्ब पर चिन्ता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि फादर टॉम पर आक्रमण बड़े दुर्भाग्य की बात है क्योंकि वे मदर तेरेसा की धर्मबहनों के साथ मिलकर बीमारों, निर्धनों एवं परित्यक्त लोगों की सेवा में संलग्न थे।
फादर कनागा ने उन सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया जो फादर टॉम की रिहाई के लिये प्रयासरत हैं।
केरल राज्य के विदेश सचिव जेनरल वी. के. सिंह ने विगत माह केरल के कोट्टायम में कहा था कि फादर टॉम की रिहाई पर किसी प्रकार की प्रतिकूल या हानिकर रिपोर्ट उन्हें नहीं मिली है।
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