2016-06-03 16:35:00

युवा बेरोजगारी निवारण हेतु वाटिकन का सुझाव


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 3 जून 2016 (सेदोक) संयुक्त राष्ट्र के लिए वाटिकन के नव नियुक्त स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष इवान जुरकोविक ने अंतरराष्ट्रीय मजदूर सम्मेलन से निवेदन किया है कि वे “युवा बेरोजगारी के दबावपूर्ण मूद्दे” के निवारण हेतु और अधिक कार्य करें।

105वें विश्व मजदूर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम विशेषकर, युवाओं हेतु सम्मान और उचित वेतन वाले कार्यों की व्यवस्था करें। ऐसा करना हमें नया, अधिक समावेशी, न्यायसंगत, आर्थिक प्ररूप और थोड़े लोगों की सेवा हेतु नहीं लेकिन सर्वजनिक भलाई और समाज के सम्पूर्ण विकास पर ध्यान देने की माँग करता है। 

आधुनिक औद्योगिकी के बारे में सचेत करते हुए जो मजदूरों के कार्य मूल्य को विघटित करता है उन्होंने कहा कि हमें मानवीय विकास का माप दण्ड केवल अर्थव्यवस्था और भौतिक धन संपत्ति के संचय के अनुरूप करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा,“ मजदूर अपनी क्षमता का एहसास तब करता है जब कार्यकर्ता, सरकार, समुदाय और वातावरण का संबंध उपयुक्त और स्थायी होता है।”

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, “वैश्विकरण ने मज़दूरों को नौकरी हेतु नया अवसर प्रदान किया है जिससे वे अर्थव्यवस्था का विकास कर सकें इतना ही नहीं, इसके द्वारा मजदूरों में आपसी प्रतिस्पर्धा की भावना और लम्बें समय तक कार्य करने की होड़ को जन्म दिया हैं जिसके कारण वे अतिसंवेदनशील हो गये हैं। 

उन्होंने मौसम और जलवायु परिवर्तन की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास में नकारात्मक प्रभाव पर वक्तव्य जारी करते हुए संत पापा के विश्व पत्र “लोओदातो सी” का जिक्र किया तथा कहा कि हम दो अलग-अलग वातावरण और अन्य सामाजिक समस्याओं का सामना नहीं कर रहे हैं वरन् एक जटिल समस्या से घिरे हैं जो सामाजिक और पर्यवरण दोनों को अपने में सम्माहित करता है। समस्या का निवारण एक समग्र दृष्टिकोण की मांग करता है जिससे गरीबी के विरुद्ध संघर्ष करते हुए ग़रीबों को सम्मान दिया जा सके, जो हाशिये में हैं साथ ही, पृथ्वी की रक्षा की जा सकें। 








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