2016-05-20 15:53:00

येसु के बपतिस्मा वाले पवित्र स्थल से खानों की सफाई


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार, 20 मई 2016 (सेदोक): ख्रीस्तीय समुदाय के साथ सुलाह के बाद ब्रिटिश सेवा, हालो ट्रस्ट ने ख्रीस्तीयों के अति पवित्र स्थलों में से एक येसु के बपतिस्मा स्थल, यर्दन नदी, से भूमिगत खानों की सफाई शुरू की है।

ज्ञात हो की एक वर्ग किलोमीटर के दायरे में करीब 7 गिरजाघर और मठ अवस्थित हैं सन 1967 ई. में युद्ध के दौरान हज़ारों की संख्या में लैंड माईन्स बिछाये जाने के कारण इसे करीब 50 सालों से प्रवेश निषेध क्षेत्र घोषित किया गया है।

हालो ट्रस्ट के प्रधान अधिकारी मेजर जेनरल जेम्स कोवान ने इस परियोजना के बारे में जानकारी दी। कोआन ने कहा कि हालो ट्रस्ट इस परियोजना के प्रति अति उत्साहित है। उन्होंने बतलाया कि कैसे पवित्र स्थल जो कासर अल-याहूद के नाम से जाना जाता था जहां सात गिरजाघर और मठ हैं, 6 दिनों की अरब- इस्राएली युद्ध के बाद ख्रीस्तीयों की पहुँच से बाहर कर दिए गये हैं क्योंकि इसे चारों ओर लैण्ड माईन्स का जाल सा बिछा हुआ है।

उन्होंने बतलाया कि ट्रस्ट इस्राएली और फिलस्तीनी अधिकारियों के साथ-साथ सभी ख्रीस्तीय समुदायों से मिला कर कोशिश में लगा है कि लैण्ड माईन्स को खोद कर साफ करने की अनुमति प्राप्त की जाये। उनका कहा है कि यह फ्राँसिस काथलिक कलीसिया के कार्य क्षेत्र का अंग है। उन्होंने बतलाया की सन् 2000 में जब संत पापा जोन पौल द्वितीय ने यर्दन नदी की तीर्थयात्रा की थी तो लैण्ड माईन्स के छोटे से हिस्से को साफ किया गया था लेकिन बड़ा हिस्सा अब भी बाकी है।

उन्होंने इस परियोजना को अन्तरधार्मिक सहयोग की भावना का एक बड़ा उदाहरण की संज्ञा देते हुए कहा कि यह बहुत उत्साह की बात है कि गिरजाघर जो 400 ए.डी में बनाये गये थे अपनी वास्तविक उपयोगिता में आने वालीं हैं। उन्हें इस बात को स्वीकार किया की विभिन्न समुदायों को एक मत में लाना एक संवेदनशील कार्य है क्योंकि यह सर्वोदित हैं कि गाजा पट्टी की राजनीतिक परिस्थिति अति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि एक कठिनाई अब तक रह गई है और वह है 3 मिलियन डालर की खोज जिससे की यह कार्य पूरा हो सके अतः उन्होंने सभी ख्रीस्तीयों से स्वेच्छा दान की मांग की है। 








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