2016-05-18 12:00:00

कार्डिनल कॉप्पा के निधन पर सन्त पापा ने भेजा शोक सन्देश


वाटिकन सिटी, बुधवार, 18 मई 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने एक शोक सन्देश प्रेषित कर कार्डिनल जोवान्नी कॉप्पा के निधन पर गहन संवदेना व्यक्त की है।

सोमवार को, वाटिकन में 90 वर्षीय कार्डिनल कॉप्पा का निधन हो गया था। कार्डिनल कॉप्पा दीर्घ काल तक वाटिकन और परमधर्मपीठीय रोमी कार्यालय के कूटनीतिज्ञ एवं वरिष्ठ अधिकारी पद पर सेवारत रहे थे। वे चेकोस्लोवाकिया में परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूत भी रहे थे। 

द्वितीय वाटिकन महासभा में कार्डिनल कॉप्पा का योगदान महत्वपूर्ण रहा था। उन्होंने मिलान के सन्त अम्ब्रोज़, सुसमाचार की व्याख्या तथा काथलिक कलीसिया के आचार्यों पर कई पुस्तकें लिखी हैं जिन्हें लातीनी रीति की रोमी कलीसिया के लिये महान योगदान माना जाता है।

कार्डिनलमण्डल के अध्यक्ष कार्डिनल आन्जेलो सोदानो को प्रेषित शोक सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस ने दिवंगत कार्डिनल कॉप्पा को समर्पित एवं प्रेरिताई के प्रति संवेदनशील ईश्वर, कलीसिया एवं परमाध्यक्षीय पीठ के सेवक निरूपित कर उनके प्रति भाव-भीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की।

सन्त पापा ने लिखाः "वाटिकन राज्य सच्चिवालय तथा परमधर्मपीठीय राजनयिक प्रतिनिधित्वों के निर्धारक रूप में कार्डिनल कॉप्पा ने प्रेरितिक प्रज्ञा एवं अन्यों की ज़रूरतों के प्रति सजग ध्यान का परिचय दिया।" सन्त पापा ने लिखा, "जब उन्हें परमधर्मपीठीय प्रेरितिक प्रतिनिधि रूप में प्राग भेजा गया था तब उन्होंने राष्ट्र के आध्यात्मिक कल्याण के प्रति गहन एवं फलप्रद समर्पण का साक्ष्य प्रदान किया।"

सन्त पापा फ्रांसिस ने मंगलयाचना की कि "सन्त अम्ब्रोज़, जिनकी कृतियों पर शोध करनेवाले छात्रों में वे अग्रणी थे, तथा पवित्र कुँवारी मरियम की मध्यस्थता से प्रभु ईश्वर, अनन्त शांति एवं आनन्द में दिवंगत कार्डिनल का स्वागत करें।" धर्मोत्साही मेषपाल कार्डिनल जोवान्नी कॉप्पा के निधन पर शोक मनानेवाले सभी लोगों को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान करते हुए सन्त पापा ने प्रार्थनाओं में उनके समीप रहने का आश्वासन दिया।








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