2016-05-17 14:16:00

नागोर्न-काराबाख़, अरमेनिया और अजरबैजान संघर्ष विराम के लिए सहमत


वियेना, मंगलवार,17 मई 2016 (एशिया समाचार) : आस्ट्रिया के वियना में  रूस, अमेरिका और फ्रांस द्वारा गठित  "मिन्स्क समूह" द्वारा आयोजित सभा में 16 मई को अरमेनिया और अजरबैजान के राष्ट्रपतियों ने मुलाकात की और नागोर्नो-काराबाख़ में युद्ध विराम के लिए सहमत हुए।  

"मास्को और वाशिंगटन के राजनयिक सफलता के विशेषज्ञों के अनुसार, इन दोनों देशों में दो दशकों के संघर्ष के दौरान अप्रैल में युद्ध शुरु होने के बाद की हिंसा सबसे खतरनाक थी।

अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिज्ञों ने अर्मेनियाई राष्ट्रपति सरज़ सरकिस्सिअन और अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से विवादित क्षेत्र में संघर्ष विराम का सम्मान करने का आग्रह किया। दोनों पक्षों ने, सालों से रुके क्षेत्रीय विवादों को निपटाने के लिए वार्ता को फिर से शुरू करने के प्रयोजन की पुष्टि की है। वार्ता अगले जून से शुरू होने की संभावना है।

विदित हो कि अप्रैल माह में कम से कम 110 लोग इस संघर्ष में मारे गए।  सैकड़ों घायलों की दयनीय स्थिति से स्थानीय कलीसिया के नेतागण चिंतित हैं।

ओईसीडी के तत्वावधान में 16 मई की शाम वियना में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और फ्रांस के विदेश मंत्री हार्लेम डेसिर  ने एक संयुक्त बयान जारी किया है।

इस बयान के तहत बड़े देशों के नेताओं ने इस संघर्ष का एक 'सैन्य समाधान" होने की "पुष्टि" की है। तथा अरमेनिया और अज़रबैजान के नेताओं ने "संघर्ष विराम" के लिए नए सिरे से शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीकृत किया है। 








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