2016-05-11 11:02:00

मैत्री दिवस पर कॉप्टिक कलीसिया को सन्त पापा फ्रांसिस ने भेजा पत्र


वाटिकन सिटी, बुधवार, 11 मई 2016 (सेदोक): मिस्र की कॉप्टिक कलीसिया तथा विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के बीच मैत्री दिवस के उपलक्ष्य में सन्त पापा फ्राँसिस ने सन्त मारकुस की पवित्र पीठ एवं एलेक्ज़ेड्रिया के प्राधिधर्माध्यक्ष तावाद्रोस द्वितीय को एक पत्र प्रेषित कर 43 वर्षों पूर्व दोनों कलीसियाओं के धर्मगुरुओं के बीच हुई मुलाकात को याद किया।

43 वर्षों पूर्व 10 मई को सन्त पापा पौल षष्टम तथा मिस्र के एलेक्ज़ेनड्रिया में कॉप्टिक ऑरथोडोक्स कलीसिया के शीर्ष पोप शेनोडा तृतीय के बीच पहली मुलाकात हुई थी जिसके बाद से 10 मई का दिन दोनों कलीसियाओं के बीच मैत्री दिवस रूप में मनाया जाने लगा।

मिस्र में कॉप्टिक कलीसिया के शीर्ष को प्रेषित अपने पत्र में सन्त पापा फ्राँसिस ने दोनों कलीसियाओं के बीच नित्य मज़बूत होते सम्बन्धों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हालांकि एक ही यूखारिस्तीय मेज़ पर एकत्र होने के लिये हमारी तीर्थयात्रा जारी है तथापि, अपने बीच विद्यमान एकता को प्रकाशित करने में हम सक्षम हैं।"

सन्त पापा फ्राँसिस ने यह भी कहा कि वर्तमान जगत द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों के बीच कॉप्टिक ख्रीस्तीय तथा काथलिक धर्मानुयायी "सुसमाचार पर आधारित सामान्य प्रत्युत्तर देने के लिये बुलाये गये हैं। इन चुनौतियों में उन्होंने, विशेष रूप से, मध्यपूर्व की स्थिति पर ध्यान आकर्षित कराया जहाँ ख्रीस्तीयों का उत्पीड़न जारी है।

कॉप्टिक ख्रीस्तीयों एवं काथलिक धर्मानुयायियों का उन्होंने आह्वान किया कि वे प्रत्येक मानव जीवन की प्रतिष्ठा, विवाह और पारिवारिक जीवन की पवित्रता तथा ईश्वर की सृष्टि की सुरक्षा हेतु एकजुट प्रयास करें।








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