2016-04-19 11:51:00

येसु ही हैं मार्ग, उन्हीं की सुनें, सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 19 अप्रैल 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि अनन्त जीवन की आशा करनेवालों को येसु का अनुसरण करना चाहिये। येसु ख्रीस्त ही वह मार्ग है जो अनन्त जीवन तक ले जाता है।

वाटिकन स्थित सन्त मर्था प्रेरितिक आवास के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन कर सोमवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने येसु ख्रीस्त की आज्ञाधीनता पर चिन्तन किया।

सन्त योहन रचित सुसमाचार से भले गड़ेरिये के दृष्टान्त पर चिन्तन कर सन्त पापा ने कहा, "जो कोई भी दरवाज़े से चरागाह में प्रवेश नहीं कर कोई दूसरा रास्ता ढूँढ़ता है वह चोर है, डाकू है।" उन्होंने कहा, "येसु ख्रीस्त ही हमारा दरवाज़ा हैं, इस दरवाज़े के सिवाय हमारा कोई दरवाज़ा नहीं है।" 

येसु की भाषा शैली की सरलता को रेखांकित कर सन्त पापा ने कहा, "येसु ने सदैव लोगों से सरल भाषा में बात की, उन्होंने सरल छवियों को उनके समक्ष प्रस्तुत कर अपनी बात रखी। उस युग के लोग जानते थे कि चरवाहे अथवा गड़ेरिये का जीवन कैसा होता था क्योंकि वे उसे प्रतिदिन देखा करते थे। इसीलिये वे येसु की भाषा को भलीभाँति समझ पाये।" 

उन्होंने कहा, "प्रभु हमें अनन्त जीवन का मार्ग दिखाते हैं, उन्हीं का हम अनुसरण करें, उन्हीं की सुनें। हम जो भी निर्णय लें उसे येसु के वचनों पर आधारित रखें हालांकि कभी–कभी हम उनके वचनों की अवहेलना के प्रलोभन में पड़ जाते हैं।"  येसु ख्रीस्त के शब्दों को उद्धृत कर सन्त पापा ने कहा, "भला गड़ेरिया अपनी भेड़ों को पहचानता है तथा उनका मार्गदर्शन करता है। वह उनके आगे-आगे चलता तथा भेड़ें उसका अनुसरण करती हैं, उसी प्रकार हम भी भले गड़ेरिये येसु ख्रीस्त का अनुसरण करें, उनके पीछे-पीछे चलें तब ही हमारे सब भय मिट जायेंगे, हम सुचारू रूप से जीवन यापन कर सकेंगे तथा अनन्त जीवन के मार्ग पर अग्रसर हो सकेंगे।

सन्त पापा ने स्मरण दिलाया कि भेडें भले गड़ेरिये की आवाज़ पहचानती हैं तथा उसी को सुनकर आगे बढ़ती हैं उसी प्रकार हम भी प्रभु येसु की आवाज़ सुनें। उनके आशीर्वचनों को सुनें तथा अपने जीवन में प्रेम और दया का अनुभव कर उसे अन्यों में बाँटें क्योंकि सिर्फ़ ऐसा कर ही हम अपने जीवन को साकार कर सकते तथा अनन्त जीवन के मार्ग पर अग्रसर हो सकते हैं।








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