2016-04-08 15:07:00

परमाध्यक्षीय न्यास के प्रतिनिधियों से संत पापा ने की मुलाकात


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 8 अप्रैल 2016 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 8 अप्रैल को वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में, परमाध्यक्षीय न्यास के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर, परमाध्यक्षों एवं कलीसिया के प्रति उनके उदार सहयोग के लिए अपना आभार व्यक्त किया।

उन्हें सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा, ″यह मेरे लिए अपार खुशी की बात है कि मैं पुनः आपके साथ हूँ। मेरे तथा कलीसिया के प्रति आपकी उदारता की मैं सराहना करता हूँ।″  

संत पापा ने परमाध्यक्षीय न्यास के प्रतिनिधियों की तीर्थयात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह करुणा की जयन्ती वर्ष में होने के कारण, करुणा के रहस्य, आनन्द के स्रोत, शांति और स्थिरता पर चिंतन करने का अवसर है। (मिसेरीकोरदीये वूलतूस 2) हम ख्रीस्त द्वारा बुलाये गये हैं ताकि करुणा को, जरूरतमंद लोगों की आध्यात्मिक और भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए, उदारता तथा कोमलता से बांट सकें जो ईश्वर की असीम भलाई को प्रकट करता है।

संत पापा ने उनकी प्रेरिताई की याद दिलाते हुए कहा कि परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्यों के रूप में उनकी प्रेरिताई के केंद्र में दया का कार्य है। उन्होंने कहा कि अपने उदार कार्यों द्वारा वे धर्मप्रांतों, पल्लियों तथा सामुदायिक परियोजनाओं एवं छात्रवृत्ति हेतु सहयोग प्रदान करते हैं। वे कई लोगों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार मदद करने के द्वारा, दया के कार्यों को अधिक लाभकारी ढंग से पूरा कर रहे हैं। इस प्रकार, उनकी उदारता पूरे विश्व में फैल गयी है तथा पिता के करुणावान आलिंगन का प्रचार करने हेतु नया अवसर प्रदान कर रही है।

संत पापा ने प्रार्थना की कि उनकी यह तीर्थयात्रा पवित्रता की नई प्रेरणा प्रदान करे तथा वे ईश्वर की करुणा के वरदान को प्राप्त कर सकें। संत पापा ने संत पौलुस के शब्दों में उन्हें शुभकामनाएँ दीं कि वे भलाई के कार्य करने से कभी न थकें।

ज्ञात हो कि परमाध्यक्षीय न्यास काथलिक कलीसिया का एक उदार संगठन है जो गिरजाघरों के निर्माण, छात्रवृति तथा दुनियाभर के ग़रीब, युवा एवं बुज़ुर्गों को, आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु परमधर्माध्यक्षों की मदद करता है।








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