2016-04-04 16:25:00

सरकार ने अपहृत पुरोहित की अफवाहों को किया खारिज


नई दिल्ली, सोमवार 4 अप्रैल 2016 (ऊकान): भारत सरकार ने यमन में चार मार्च को अपहरण किये गये एक कथलिक पुरोहित को सूली पर चढ़ाये जाने की अफवाह से इनकार किया और कहा कि उसकी यथा शीघ्र रिहाई के लिए हर संभव प्रयास जारी है।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के उप महासचिव फादर जोसफ चिन्नायान ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से शनिवार शाम को मुलाकात करने के बाद कहा कि फादर थॉमस उज़्झुन्नालिल की रिहाई “अवश्यंभावी” है।

फादर चिन्नायान ने  कहा, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कलीसियाई प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया है कि फादर उज़्झुन्नालिल सुरक्षित हैं और उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

एडेन में चार मार्च को संदिग्ध इस्लामी आतंकवादियों ने मदर तेरेसा की धर्मबहनों द्वारा संचालित एक नर्सिग होम पर गोलियाँ चला दी थीं जिसमें 16 व्यक्तियों की हत्या हो गई थी तथा फादर थॉमस उज़्झुन्नालिल का अपहरण कर लिया गया था। फादर उज़्झुन्नालिल बैंगलोर साईलिसियन धर्मसमाजी प्रान्त के सदस्य हैं।

आतंकवादियों द्वारा पुण्य शुक्रवार के दिन अपहृत पुरोहित फादर थॉमस उज़्झुन्नालिल को क्रूस पर ठोंके जाने की ख़बर मीडिया में आने के उपरान्त कलीसिया के अधिकारियों ने  पिछले सप्ताह पुरोहित की सही जानकारी और रिहाई हेतु सरकार से मदद का अनुरोध किया था।

फादर चिन्नायन ने कहा कि सरकार ने रिहाई प्रक्रिया खतरे में पड़ने की वजह से वार्ता का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।
कलीसिया के प्रतिनिधिमंडल ने "भारतीय कलीसिया" की ओर से फादर थॉमस उज़्झुन्नालिल  को बचाने के लिए उठाए गए कदमों और अथक प्रयास के लिए सरकार को सहृदय धन्यवाद दिया।








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