2016-03-28 14:16:00

“लौदातो सी” की तर्ज पर क्रूस रास्ता, मुम्बई की कलीसिया


भारत, मुम्बई, सोमवार, 28 मार्च 2016, (ऊकान न्यूज) भारत की मुम्बई महाधर्मप्रान्त ने पुण्य शुक्रवार के दिन अपनी 400 वर्षीय स्थापना की यादगारी मनाते हुए संत पापा के पर्यावरण विषय पर आधारित विश्व पत्र “लौदातो सी” के तर्ज पर क्रूस रास्ता की धर्मविधि संपन्न किया।

संत अद्रेयस बान्दा पूर्वी मुम्बई के पल्ली पुरोहित माजी मुरजेलो ने बतलाया, “इस वर्ष हमारे क्रूस रास्ता की विषय वस्तु पृथ्वी और समुद्र के छय पर आधारित थी क्योंकि ये हमारे लोगों की जीविका के साधन हैं विशेष कर जो मछुवारे और नाविक हैं।”

येसु के दुःखभोग और क्रूस मृत्यु का स्मरण, शुक्रवार को मॉउन्ट मेरी महागिरजाघर के पवित्र द्वार से क्रूस रास्ता द्वारा शुरू की गई। उन्होंने बतलाया कि धर्मविधि के शुरुआत प्रार्थना और आशीष से की गई तत्पश्चात “बर्बाद करने की संस्कृति” और समुद्री संपत्तियों के दोहन पर मनन हेतु विश्वासियों को एक छोटी डोक्यूमेन्टी फिल्म दिखाया गया। मनन ध्यान हेतु क्रूस रास्ता के सभी स्थानों का चित्रण “लौदातो सी” की विषय वस्तुओं पर आधारित थे।

क्रूस रास्ता मॉउन्ट मरिया से होते हुए कीम्बाई तट पहुँचा और अंत में इसका समापन्न संत अद्रेयस पल्ली में अंतिम आशीष के साथ हुआ। धर्म विधि के अन्त में फादर मुरजेलो ने विश्वासी समुदाय को अगले दिन 26 मार्च को कीम्बाई तट की सफाई हेतु आमंत्रित किया। 








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