2016-03-22 12:41:00

ख्रीस्तीयों द्वारा पास्का के लिए सुरक्षा की माँग


नई दिल्ली, मंगलवा,र 22 मार्च 2016 (फीदेस) भारत के ईसाइयों ने, सरकार से पास्का पर्ब के धार्मिक समारोह के दौरान गिरजाघरों की सुरक्षा और ईसाईयों के संरक्षण की माँग की है।

भारतीय ख्रीस्तीय विश्व परिषद (जी.सी.आई.सी) का कहना है कि " भारत के विभिन्न भागों में  ईसाइयों और गिरजाघरों के खिलाफ हिंसा बिना रोकटोक जारी है। इसके मद्देनज़र पवित्र सप्ताह की धार्मिक पूजन-विधि में भाग लेने के लिए ख्रीस्तीय समुदायों की सुरक्षा आवश्यक है।"

मार्च 2016 में भारतीय ख्रीस्तीय विश्व परिषद (जी.सी.आई.सी) ने ईसाइयों के खिलाफ हुए कई हमले दर्ज किया है। जैसे कि कर्नाटक के जयपुरा में हिंदू कट्टरपंथियों ने पादरी केशव को बेरहमी से पीटा। तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक नव निर्मित गिरजाघर को तोड़फोड़ किया गया जबकि पुणे स्थित एक मरियम तीर्थ के सामने बाईबिल तथा कुछ धार्मिक वस्तुओं को आग के हवाले कर दिया गया था। हाल में 18 मार्च को तेलंगाना राज्य के गोपानपल्ली गाँव में एक पेंटेकोस्टल प्रार्थनालय में शांतिपूर्वक प्रार्थना करते हुए ईसाइयों पर कट्टरपंथियों ने हमला किया और उन्हें प्रार्थनालय से पलायन करने के लिए मजबूर किया। इस हमले में चार वर्ष की बच्ची सहित 6 ईसाई बुरी तरह घायल हो गये और प्रार्थनालय को पूरी तरह तोड़-फोड़ दिया गया है।

ख्रीस्तीय समुदाय को पवित्र सप्ताह के दौरान गिरजाघरों और ईसाइयों के खिलाफ एक संगठित हमले की आशंका है। भारत में ईसाइयों पर हमले की साजिश रचने वालों के प्रति न्यायिक प्रणाली की धीमी प्रक्रिया से ख्रीस्तीय समुदाय अत्यंत चिंतित है। 








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