2016-03-18 16:27:00

संत पापा फ्रांसिस ईश्वरीय करुणा का पाठ पढ़ाते, संत पापा बेनेदिक्त


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 18 मार्च 2016 (सेदोक) सेवानिवृत्त संत पापा बेनेदिक्त 16वें ने इतालवी बिशप सम्मेलन के समाचार पत्र अभेनीरे को दिये गये अपने एक दुर्लभ सार्वजनिक साक्षात्कार में कहा, केवल जहाँ करूणा  हैं वहाँ क्रूरता का अंत होता हैं।

प्रसिद्ध ईशशास्त्री येसु समाजी पुरोहित जैक सेरभाईस को येसु मसीह की अद्वितीयता की सही समझ और सार्वभौमिक मोक्ष अधिनियम, विशेषकर, उनके लिए जो ईसाई धर्म पर विश्वास नहीं करते तथा  कलीसिया के प्रेरितिक कार्य की प्रधानता में वार्ता की सही समझ पर दिये गये साक्षात्कार में सेवानिवृत्त संत पापा ने कहा कि हमें दिव्य करुणा को समझने की जरूरत है जिसे संत पापा ने सही तरह से समझा और अपने प्रेरिताई कार्य की धुरी बनाई है।  उन्होंने कहा, “ केवल जहाँ करुणा हैं वही क्रूरता का अंत होता है। संत पापा फाँसिस इस बात पर खरे उतरते हैं। उनका प्रेरितिक व्यावहारिक जीवन इसे व्यक्त करता है जहाँ वे निरन्तर ईश्वर की करुणा के बारे में कहते हैं। यह करुणा है जो हमें ईश्वर की ओर ले चलती है जबकि न्याय हमें उनके सामने भयभीत कर देता है।”

उन्होंने कहा, “मेरे विचार से यह तथ्य हमें राहत प्रदान करता है कि खुद में आत्मविश्वास और मानवीय न्याय की कमी के कारण, समकालीन आदमी अपनी गलतियों के एक गहरे ज्ञान और अपनी अयोग्यता को ईश्वर से छुपाता है, किन्तु वह करुणा का इंतज़ार करता है।








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