2016-03-15 12:05:00

धन्य मदर तेरेसा सहित पाँच धन्य आत्माओं की सन्त घोषणा हेतु परिषद


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 15 मार्च 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने मंगलवार, 15 मार्च को, धन्य मदर तेरेसा सहित पाँच धन्य आत्माओं की सन्त घोषणा को आधिकारिक अनुमोदन दे दिया है। धन्य मदर तेरेसा के साथ जिन धन्य आत्माओं के नामों की घोषणा की गई है वे हैं: मेक्सिको के काथलिक युवा धन्य जुसेप्पे सांखेज़ रियो, पोलैण्ड के पुरोहित धन्य स्तानिसलाव दे जेसू मरिया, आर्जेन्टीना के पुरोहित धन्य जुसेप्पे गाब्रियल देल रोज़ारियो ब्रोखेरो तथा स्वीडन की धर्मबहन धन्य मरिया एलीज़ाबेथ हेज़ेलब्लाड। 

मंगलवार के सन्त प्रकरण परिषद में सन्त पापा फ्राँसिस ने घोषित किया कि रविवार 4 सितम्बर 2016 को मदर तेरेसा को सन्त घोषित किया जायेगा।

मदर तेरेसा का निधन हृदयाघात से पाँच सितम्बर, 1997 को हो गया था। सन् 2003 में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने मदर तेरेसा को धन्य घोषित कर कलीसिया में वेदी का सम्मान प्रदान किया था। सन् 2015 में सन्त पापा फ्रांसिस ने मदर द्वारा सम्पादित एक और चमत्कार को मान्यता देते हुए उनकी सन्त घोषणा प्रक्रिया को आरम्भ करने की अनुमति प्रदान की थी।    

काथलिक धर्मबहन मदर तेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 ई. को एग्नेस गोंकशे बोजशियु के नाम से अलबानिया के एक परिवार में में हुआ था। सन् 1950 में उन्होंने कोलकाता में मिशनरीज़ ऑफ चेरिटी धर्मसंघ की स्थापना की थी तथा 45 वर्षों तक निर्धन, रोगी, परित्यक्त, अनाथ एवं मरणासन्न लोगों की सेवा करती रहीं। भारत में इतने अधिक वर्षों तक सेवाकार्य करने के कारण उन्होंने भारतीय नागरिकता भी ले ली थी।

सन् 1979 में उदारता की देवी मदर तेरेसा को नोबेल शांति पुरस्कार तथा सन् 1980 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मदर के जीवन काल में मिशनरीज़ ऑफ चेरिटी धर्मसंघ का कार्य लगातार विस्तृत होता रहा तथा उनके निधन के समय तक यह धर्मसंघ 123 देशों तक विस्तृत हो गया था। मदर तेरेसा द्वारा स्थापित धर्मसंघ की धर्मबहनें और धर्मबन्धु विश्व के विभिन्न राष्ट्रों में एचआईवी व एड्स,  कुष्ठ और तपेदिक के रोगियों के लिए धर्मशालाएं, निर्धनों एवं परित्यक्त लोगों के लिये सूप रसोई तथा आश्रय, अनाथ बच्चों के लिये आश्रम , परिवारों के लिये परामर्श केन्द्र तथा कई क्षेत्रों में स्कूलों का संचालन करते हैं। 

स्मरण रहे कि चार मार्च को मदर तेरेसा द्वारा स्थापित धर्मसंघ की चार धर्मबहनें यमन में एक आतंकवादी हमले में मारी गई थीं।








All the contents on this site are copyrighted ©.