2016-03-14 15:58:00

देवदूत प्रार्थना के प्रतिभागियों को संत पापा का विशेष उपहार


वाटिकन सिटी, सोमवार, 14 मार्च 2016 (सेदोक) संत पापा फ्राँसिस ने चालीसा काल के पांचवें रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना हेतु जमा हुए विश्वासयों और तीर्थयात्रियों को, एक विशेष उपहार स्वरूप संत लूकस रचित सुममाचार की 40 हजार प्रतियाँ प्रदान की।

संत लूकस रचित “करूणा के सुसमाचार” नाम से प्रकाशित सुसमाचार की छोटी प्रति येसु के वचनों से उत्प्रेरित है जिसकी चर्चा संत लूकस अपने सुसमाचार के 6वें अध्याय पद संख्या 36 में करते हैं, “दयालु बनो जैसे तुम्हारा स्वर्गिक पिता दयालु है।” यह करूणा की असाधारण जयन्ती वर्ष की विषयवस्तु को दिखलाता है जो कलीसिया द्वारा सारी दुनिया में मनाया जा रहा है।

संत मार्था बाल चिकित्सा औषधालय के स्वयंसेवकों ने रोमन धर्माप्रान्त के दादा-दादियों के एक समुदाय से मिल कर लोगों के बीच सुसमाचार की प्रतियों का वितरण किया जो देवदूत प्रार्थना में उपस्थित थे। संत पापा ने कहा, “हमारे दादा-दादी और नाना-नानी कितने योग्य हैं जो विश्वास को अपने नाती पोतियों को बाँटते हैं।”  

संत पापा ने विश्वासियों का ध्यान पृष्ट 123 पर कराया जहाँ शारीरिक और आध्यात्मिक करूणा के सात कार्यों का जिक्र है। उन्होंने कहा, “यह अच्छा होगा यदि आप उन्हें याद कर लें जिससे आप उनका निर्वाहन बखूबी कर सकें। मैं आप से अग्रह करता हूँ कि आप इसे लेकर प्रतिदिन एक अध्याय का अध्ययन करें जिससे पिता की करूणा आप के दिल में निवास करे और आप उन्हें हरएक के लिए कर सकें जिनसे आप मिलते हैं।”








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