2016-03-08 13:21:00

भारत के प्रेरितिक राजदूत : लोकधर्मियों और अंतर कलीसियाई एकता को बढ़ावा देने का आग्रह


बैंगलोर, सोमवार, 7 मार्च 2016 (ऊकान): भारत एवं नेपाल में परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष सालवातोरे पेन्नाकेयो ने, रविवार 6 मार्च को लतीनी रीति के धर्माध्यक्षों (सीसीबीआई) की एक दिवसीय आम सभा का उद्घाटन करते हुए, भारत की कलीसिया में लोक धर्मियों के नेतृत्व और अंतर कलीसियाई एकता को बढ़ावा देने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, “आज कलीसिया के लोकधर्मियों के साथ पारदर्शी, विश्वसनीय और उत्तरदायित्वपूर्ण तरीके से लगातार सम्वाद और प्रशिक्षण की जरुरत है जिससे वे सही मायने में कलीसिया के प्रति अपनी भूमिका को समझ सकें। आज कलीसिया के प्रेरितिक कार्यों और निर्णय लेने की प्रक्रिया में लोकधर्मियों की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है जिससे वे येसु ख्रीस्त के मिशन में सहभीगी बनें ”।

अंतर कलीसियाई एकता की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए प्रेरितिक राजदूत पेन्नाकेयो ने कहा, “ ऐसे समय में जब धर्म के प्रति उदासीनता और धार्मिक भेदभाव तेज़ी से बढ़ता जा रहा है, सभी ख्रीस्तीय आपस में एकजुट रहें और राष्ट्र को अपनी एकता की सच्ची गवाही दें।”

सीसीबीआई अध्यक्ष कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस ने मध्य पूर्वी देशों में सताये हुए ईसाईयों, विशेषकर, शुक्रवार को यमन में हुए आतंकी हमले में मारे गये लोगों के लिए प्रार्थना की अपील की। उन्होंने कहा, “यह हत्या विवेकहीन थी पर यह फल लायेगी। हमारी प्रार्थना है कि उनका बहाया हुआ रक्त उस क्षेत्र में येसु मसीह की उपस्थिति और शांति लाये।”

विदित हो कि भारत की काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 32 वीं धार्मिक आम सभा, बैंगलोर के संत जोन मेडिकल कालेज के आहाते में 2 से 9 मार्च को आयोजित की गई है। इसी दौरान रविवार 6 मार्च को लातीनी रीति के धर्माध्यक्षों (सीसीबीआई) की एक दिवसीय आम सभा का आयोजन लातीनी काथलिक कलीसिया को प्रभावित करने वाले मामलों पर चर्चा करने के लिए किया गया।








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