2016-03-05 15:11:00

मदर तेरेसा की धर्मबहनों का यमन में मारा जाना ख्रीस्त के प्रेम का साक्ष्य, कार्डिनल ग्रेसियस


एशियान्यूज़, शनिवार, 5 मार्च 2016 (एशियान्यूज़): मिशनरीस ऑफ चैरिटी की चार धर्मबहनों की निर्मम हत्या ने भारत तथा एशिया की कलीसिया को गहरे दुःख में डुबा दिया है। हम इस त्रासदी से शोकित हैं क्योंकि यह भारत की कलीसिया के लिए व्यक्तिगत घाटा है क्योंकि सि. अन्सेलेम हमारी अपनी थी, जिन्होंने एडेन में येसु की सेवा हेतु अपना सब कुछ अर्पित कर दिया।″ यह बात मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस ने कही।

ज्ञात हो कि 4 मार्च को, यमन के एडेन स्थित वृद्धाश्रम में सेवारत, मिशनरीस ऑफ चैरिटी की धर्मबहनों पर, एक हिंसक आक्रमण में, चार धर्मबहनों समेत 12 अन्य लोगों की हत्या हो गयी जिसमें से सि. अन्सेलेम भारत की थी।

कार्डिनल ग्रेसियस ने एशियान्यूज़ से कहा कि अनिश्चित परिस्थिति के बावजूद वीर एवं निःस्वार्थ मिशनरीस ऑफ चैरिटी की धर्मबहनों ने, वृद्धाश्रम छोड़ने से इन्कार कर दिया। वे एडेन में अपनी सुरक्षा का ख्याल किये बिना, प्रेम, दया, सहानुभूति तथा निःस्वार्थ सेवा द्वारा येसु की प्यास बुझाती रहीं।

कार्डिनल ने कहा कि जब हम उनके बहुमूल्य जीवन के लिए शोक मना रहे हैं तथा विलाप कर रहे हैं तब हमें इस बात से सांत्वाना मिल रही है कि उनका खून, उन लोगों के बीच शांति का फल उत्पन्न करेगा जिनके बीच वे सेवा के कार्य कर रही थीं। ईश्वर उन्हें अनन्त शांति प्रदान करे।

कार्डिनल ऑस्वल्ड ने केरल के सलेशियन फा. टोम उजहून्नालिल की सुरक्षित वापसी के लिए भी, भारत एवं एशिया की कलीसिया की प्रार्थना का आश्वासन दिया जिन्होंने कई सालों तक यमेन में अपनी सेवा प्रदान की है।

विदित हो कि मिशनरीस ऑफ चैरिटी की धर्मबहनें कुष्ट रोगियों एवं वयोवृद्धों की सेवा हेतु यमेन की सरकार द्वारा बुलायी गयी थी तथा धर्मबहनों की आध्यात्मिक सेवा हेतु पुरोहितों को भी वहाँ प्रवेश करने की अनुमति मिली थी। 








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