2016-03-04 14:15:00

चुनौतियों के प्रति कलीसिया का प्रतिउत्तर, धर्माध्यक्षगण


बैंगलोर, शुक्रवार, 04 मार्च 2016,(उका न्यूज) भारतीय धर्माध्यक्ष सम्मेलन के धर्माध्यक्षयों और उच्च अधिकारियों ने देश में व्याप्त चुनौतियों का समाना करने के मुद्दे पर बैंगलोर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया।

धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष त्रिवेन्दरम् के कार्डिलन बसेलिओस क्लेमीस ने दक्षिण भारत के बैंगलोर शहर में चल रहे धर्माध्यक्षों की संगोष्ठी में कहा कि कलीसिया में पहली चुनौती आन्तरिक रूप से आती और दूसरी चुनौती हम धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में करते हैं। उन्होंने कहा कि धर्माध्यक्षगण अपने विश्वासी समुदायों को ईश्वर को पुनः समर्पित करने हेतु नये आयमों पर विचार-विमार्श करेंगे। वे समर्पित जीवन की चुनौतियों, काथलिकों का पलायन पेन्तेकोस्ते समुदाय की ओर, कलीसिया के प्रेरितिक कार्य में लोकधर्मियों और परिवारों की सहभागिता और निर्धनों की कलीसिया जैसे मुद्दों पर विचार विमार्श करेंगे। उन्होंने कहा “धर्मध्यक्ष धर्मनिरपेक्षता, सांस्कृतिक बहुलता और देश में बेहतर अन्तरधार्मिक वार्ता की आवश्यकता पर भी चर्चा करेंगे।”

किसी भी राजनीतिक दल या संगठन का नाम लिए बिना कार्डिनल क्लेमीस ने कहा कि बहुलवाद "हमारे देश की संस्कृति है और अगर यह चुनौतियों का सामना कर रहा है, तो हमें एक साथ खड़ा होने की जरूरत है, जिससे हम सफलतापूर्वक इसका सामना कर सकें।”
उन्होंने बतलाया कि इस मुद्दे पर हिन्दु और मुस्लिम सामाजिक विशेषज्ञ बैठक को संबोधित करेंगे जो हमें चुनौतियों की पहचान करने में मदद करेगा और हम चुनौतिय़ों का सामना करने हेतु अपनी रणनीति तैयार कर सकेंगे। इस संगोष्ठी में प्रतिभागी धर्माध्यक्षों की संख्या 180 है। 








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